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17 बराती 71 दिन बाद पहुंचे घर वापस

करीब 71 दिन बाद कुटलैहड़ विस क्षेत्र से पश्चिम बंगाल दुल्हन लाने गए बाराती अपने गांव वापस पहुंच गए। सभी की दूसरी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद संस्थागत क्वारंटीन किए गए 17 बारातियों को बीएमओ बंगाणा डॉ. एनके आंगरा ने डिस्चार्ज स्लिप देकर रवाना किया और जाने से पहले सभी को आवश्यक हिदायतें भी दी। इस दौरान नायब तहसीलदार बीहड़ू धर्मपाल नेगी भी उपस्थित रहे। पिछले तेरह दिन से सभी बाराती संस्थागत क्वारंटीन में थे जिनमें 7 पुरूष 6 महिलाएं व 4 बच्चे शामिल थे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 May 2020 05:51 PM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 05:51 PM (IST)
17 बराती 71 दिन बाद पहुंचे घर वापस
17 बराती 71 दिन बाद पहुंचे घर वापस

-शादी के लिए कुटलैहड़ से कोलकाता गई थी बरात

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-लॉकडाउन के बीच 56 दिन तक कोलकाता में फंसे रहे 18 लोग

जागरण संवाददाता, ऊना : करीब 71 दिन बाद कुटलैहड़ विस क्षेत्र से पश्चिम बंगाल दुल्हन लाने गए बराती अपने गांव वापस पहुंच गए। सभी की दूसरी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद संस्थागत क्वारंटाइन किए गए 17 बरातियों को बीएमओ बंगाणा डॉ. एनके आंगरा ने डिस्चार्ज स्लिप देकर रवाना किया और जाने से पहले सभी को आवश्यक हिदायतें भी दी। इस दौरान नायब तहसीलदार बीहड़ू धर्मपाल नेगी भी उपस्थित रहे। पिछले 13 दिन से सभी बराती संस्थागत क्वारंटाइन में थे, जिनमें सात पुरूष, छह महिलाएं व चार बच्चे शामिल थे।

दूल्हे सुनील ने कहा कि शादी के बाद सभी लोग लॉकडाउन के चलते कोलकाता में ही फंस गए। रेल व हवाई सेवा बंद हो गई और सभी के सामने भोजन की समस्या खड़ी हो गई। इसके बाद उन्होंने पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर से संपर्क साधा और उन्होंने मदद करते हुए कोलकाता में ही राशन व अन्य चीजें उपलब्ध करवाई।

कोलकाता से ऊना का सफर तय करने के लिए सभी लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ा। सोलन जिले से एक बस कोलकाता के लिए गई थी और प्रशासन ने बरातियों से संपर्क साध कर 56 दिन बाद उन्हें इस बस के माध्यम से वापस ऊना पहुंचाया। 14 मई को सभी बराती बस में सवार होकर पश्चिम बंगाल से चले और 16 मई को वापस ऊना पहुंचे, जिसके बाद सभी को एहतियात के तौर पर संस्थागत क्वारंटाइन कर दिया गया।

शादी कराने साथ गए पंडित नरेश कुमार शर्मा ने बताया बरात 21 मार्च को वहां पहुंच गई थी और 24 मार्च को वापस आना था, लेकिन 23 मार्च को कोरोना संकट के चलते देशभर में लॉकडाउन हो गया, जिसके वहां से वापसी का कोई रास्ता नहीं रहा। बीएमओ डॉ. आंगरा ने कहा 23 मई को बरातियों में से एक युवक के पॉजिटिव आने के बाद सभी 17 लोगों के दोबारा सैंपल करवाए गए और दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही उन्हें घर जाने की अनुमति दी गई।

नायब तहसीलदार बीहड़ू धर्मपाल नेगी ने बताया कि संस्थागत क्वारंटाइन में सभी लोगों ने प्रशासन के साथ भरपूर सहयोग किया और जिला प्रशासन की ओर से उन्हें सभी आवश्यक वस्तुएं प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि पॉजिटिव पाए गए युवक का उपचार कोविड केयर सेंटर खड्ड में चल रहा है और बाकी सभी 17 लोगों को घर भेज दिया गया है।


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