मालवाहकों में नहीं थमा मौत का सफर
माता चिन्तपूर्णी के दर्शनों को श्रद्धालुओं का सफर मालवाहकों पर जारी है।
संजीव ठाकुर, चितपूर्णी
यातायात नियमों को दरकिनार श्रद्धालु अब भी मालवाहकों पर सफर कर मां चिंतपूर्णी के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं। मौत के इस सफर को रोकने के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। यही वजह है कि मालवाहकों के सामान की बजाए श्रद्धालु ढोए जा रहे हैं। प्रशासन के दावे धरातल पर उतरते नहीं दिख रहे। कई बार इन मालवाहकों में सफर करने के चक्कर में कई श्रद्धालु जान से हाथ धो बैठे हैं। कई बार सड़के खून से लाल हुई हैं परंतु बड़े-बड़े दावे करने के बाद भी प्रशासन धरातल पर कोई ठोस कार्रवाई करने से बचता रहा है। मात्र चालान काट पुलिस प्रशासन को लीपापोती को छोड़ इसपर ठोस कदम उठाने होंगे। अन्यथा सड़क दुर्घटना बढ़ती जाएंगी और कई निर्दोष जान गंवा देंगे। हालांकि चालान काट पुलिस कार्रवाई तो करती है परंतु यह समस्या का कोई स्थाई हल नहीं है। 500 व 1000 रुपये के चालान को चालक जल्दी भूल जाते हैं और फिर वही कार्य दोबारा शुरू कर दिया जाता है। शुक्रवार को चितपूर्णी क्षेत्र में करीब दो सौ से अधिक ऐसे मालवाहक वाहन श्रद्धालुओं को लेकर पहुंचे हुए थे।
कम किराये के चक्कर में मालवाहक की सवारी
कम किराये के चक्कर में श्रद्धालु मालवाहकों को ज्यादा अहमियत देते हैं। एक तो मालवाहकों में 45 से 50 श्रद्धालु सफर कर सकते हैं, दूसरा आम वाहनों से इसका किराया कम होता है। परंतु सस्ते के चक्कर मे श्रद्धालुओं को जान गंवानी पड़ सकती है।
-------------------
पुलिस सवारियां ढोने वाले मालवाहकों का समय-समय पर चालान काटती है और उनको ऐसा दोबारा न करने की सख्त हिदायत दी जाती है। यातायात नियमों में जो प्रावधान है, उसके मुताबिक कार्रवाई की जाती है।
मनोज जंबाल, डीएसपी अम्ब