जानें कालका-शिमला ट्रैक पर पहली बार चलने वाले पारदर्शी कोच निहार की खूबियां
कालका रेलवे स्टेशन में कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर चलाने के लिए विशेष ट्रांसपेरेंट कोच तैयार किया गया है।
सोलन, मनमोहन वशिष्ठ। यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर में शामिल कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर सफर करने वाले लोग व देश-विदेश के पर्यटकों को अगले सप्ताह तक विस्टा डोम कोच निहार की सुविधा मिलने वाली है। इस पारदर्शी कोच में बैठकर पर्यटक कालका से शिमला तक आने वाली वादियों को चारों ओर से निहार सकेंगे। 96 किमी लंबे इस ट्रैक का सफर बेहद ही रोमांचक होता है।
इस विशेष कोच को तैयार करने के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अपने हिमाचल के दौरे के दौरान रेलवे को निर्देश दिए थे। इस कोच को कालका स्टेशन में करीब दस लाख की लागत से तैयार किया गया है। इस विशेष कोच को रेलगाड़ी में जोड़कर शिमला ट्रायल के लिए भेज गया है।
कोच में ये होगी विशेषता
इस स्पेशल कोच में बडी खिड़कियों सहित शीशे से चारों ओर का दृश्य देखा जा सकेगा। पर्यटकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए इसे वातानुकूलित बनाया गया है। कोच में एयर कंडीशनर की भी सुविधा है।
विस्टा डॉम कोच की छत 12 एमएम शीशे की बनाई गई है। दरवाजों व खिड़कियों पर अतिरिक्त सुरक्षा के लिए कठोर शीशे का इस्तेमाल किया गया है। दरवाजों पर स्टील की रेलिंग को भी लगाया है। कोच के अंदर सुंदर
दिखने वाली विनाईल फ्लोरिंग लगाई जा रही है। समय के साथ साथ तापमान दिखाने वाला यंत्र भी लगेगा। कोच के अंदर का इंटरियर डिजाईन भी बेहद आकर्षक है। यह कोच 36 सीटर है जिसका लुत्फ बुकिंग के आधार पर ही उठा सकेंगे।
इस सेक्शन पर होगा पहला कोच
यह स्पेशल कोच कालका-शिमला रेलवे सेक्शन पर चलने वाला अपनी तरह का पहला सवारी कोच है। अगले सप्ताह तक इस कोच को रेगुलर चलाने की योजना है। कालका-शिमला रेलवे लाइन पर चलने वाली गाड़ियों के डिब्बे लाल व पीले रंगों के लेकिन इस कोच का रंग गुलाबी है। इस कोच में सफर करने के लिए पर्यटकों को बुकिंग करवानी पड़ेगी। पर्यटकों की डिमांड को देखते हुए इस तरह के अन्य कोच भी तैयार किए जा सकते हैं।
कोच तैयार, पर्यटक उठा सकेंगे लुत्फ
अंबाला डिवीजन के तहत कालका रेलवे स्टेशन में कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर चलाने के लिए विशेष ट्रांसपेरेंट कोच तैयार किया गया है। अगले सप्ताह तक इसको शुरू करने की योजना है। कालका-शिमला ट्रैक पर इस कोच में बैठकर पर्यटक चारों ओर के दृश्यों का लुत्फ उठा सकेंगे।
- दिनेश कुमार चंद्र, डीआरएम अंबाला रेलवे डिविजन।