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Himachal Fire: फैक्ट्री की राख में अपनों को ढूंढ रहीं निगाहें, पुलिस अब भी मालिकों की तलाश में जुटी

हिमाचल प्रदेश के सोलन में एनआर अरोमा फैक्ट्री की राख में अब भी तीन परिवारों की निगाहें अपनों को ढूंढ रही हैं। इस अग्निकांड ने 10 परिवारों को ऐसे घाव दिए हैं जिनका दर्द आजीवन रहेगा। दो फरवरी को सोलन जिले के बरोटीवाला में परफ्यूम बनाने वाले एनआर अरोमा फैक्ट्री में आग लगी थी। इस हादसे में सात कर्मियों की मौत हुई है जबकि तीन लापता हैं

By Jagran News Edited By: Jeet KumarPublished: Tue, 13 Feb 2024 06:15 AM (IST)Updated: Tue, 13 Feb 2024 06:15 AM (IST)
फैक्ट्री की राख में अपनों को ढूंढ रहीं निगाहें

जागरण संवाददाता, सोलन। हिमाचल प्रदेश के सोलन में एनआर अरोमा फैक्ट्री की राख में अब भी तीन परिवारों की निगाहें अपनों को ढूंढ रही हैं। इस अग्निकांड ने 10 परिवारों को ऐसे घाव दिए हैं, जिनका दर्द आजीवन रहेगा। दो फरवरी को सोलन जिले के बरोटीवाला में परफ्यूम बनाने वाले एनआर अरोमा फैक्ट्री में आग लगी थी।

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इस हादसे में सात कर्मियों की मौत हुई है, जबकि तीन लापता हैं। 11 दिन बाद भी इनके स्वजन प्रतिदिन उद्योग के बाहर आकर खड़े रहते हैं। जिंदा होने की आस छोड़ चुके हैं, लेकिन अपनों को अंतिम विदाई देना चाहते हैं। बता दें कि अब तक सिर्फ चार शवों की ही पहचान हो पाई है। लापता लोग हिमाचल, बिहार, मप्र और उप्र के हो सकते हैं। क्योंकि तीन शवों की पहचान भी नहीं हो पाई है।

फैक्ट्री में घटना के समय 84 कर्मचारी काम कर रहे थे

फैक्ट्री में घटना के समय 84 कर्मचारी काम कर रहे थे। कुछ बाहर निकल गए। कइयों ने दूसरी और तीसरी मंजिल की खिड़कियां तोड़कर छलांग लगा दी। एक महिला कर्मचारी ने चौथी मंजिल से छलांग लगाई थी, जिसकी पीजीआइ चंडीगढ़ में मौत हो गई थी। 31 कर्मी घायल हुए थे। छानबीन के बाद पता चला कि अंदर नौ कर्मी रह गए हैं। इनमें छह के शव मिले हैं।

पुलिस अब मालिकों की तलाश में जुटी

नौ फरवरी को परिसर के कच्चे हो गए ढांचे को गिरा कर दोबारा तलाशी अभियान चलाया है। एडीसी सोलन अजय कुमार यादव ने कहा, तलाशी अभियान जारी है, इसके बाद ही रिपोर्ट तैयार होगी। एसआइटी प्रभारी अशोक वर्मा ने कहा,पुलिस अब मालिकों की तलाश में जुटी है।

फैक्ट्री में पाई गईं कई कमियां

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि फैक्ट्री में न तो अग्निशमन यंत्रों की पर्याप्त व्यवस्था थी और न ही जल भंडारण की पर्याप्त क्षमता थी। न आपातकालीन द्वार था न ही किसी भी मंजिल से नीचे आने के लिए अलग से सीढ़ियां थी। फैक्ट्री ने नगर नियोजन नियमों की भी अवहेलना की थी। जब रसायन में आग लगी तो उसे बुझाने के लिए अग्निशमन विभाग के पास पर्याप्त यंत्र नहीं थे। आग पर काबू पाने के लिए फोमनुमा स्प्रे चाहिए होता है। किसी काे नहीं पता कि अत्यधिक ज्वलनशील रसायन कौन सा है।

कहां भाग गए मुख्य प्रबंधक

एनआर अरोमा फैक्ट्री के प्लांट मैनेजर चंद्रशेखर और सहायक विनोद विल्वा न्यायिक हिरासत में हैं, लेकिन मुख्य प्रबंधक कहां भाग गए पुलिस के पास इसका कोई जवाब नहीं है। पुलिस मध्य प्रदेश में उन्हें तलाश रही है। नितेश पटेल, सिद्धार्थ पटेल और मिलन पटेल निवासी रतलाम, मध्य प्रदेश के विरुद्ध अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किए हैं।


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