नगर परिषद पांवटा में धीमी रही सुखराम की 'ऊर्जा'
जिला सिरमौर के तीन नगर निकाय चुनाव में से दो विधायक अपने-अपने क्षेत्रों म
राजन पुंडीर, नाहन
जिला सिरमौर के तीन नगर निकाय चुनाव में से दो विधायक अपने-अपने क्षेत्रों में भाजपा का परचम लहराने में कामयाब हुए, जबकि नगर परिषद पांवटा साहिब में प्रदेश ऊर्जा मंत्री एवं विधायक सुखराम चौधरी की 'ऊर्जा' धीमी रही। नतीजन पांवटा में भाजपा सहित किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला।
पांवटा साहिब में अब नगर परिषद अध्यक्ष पर काबिज होने के लिए निर्दलियों के सहयोग पर निर्भर करेगा। 13 सदस्यीय नगर परिषद में भाजपा के छह, कांग्रेस के चार तथा तीन निर्दलीय जीत कर आए हैं। भाजपा दावा कर रही है कि दो निर्दलीय भाजपा की विचारधारा के हैं। अब देखना है कि क्या यह निर्दलीय भाजपा को अपना समर्थन देते हैं तथा किन शर्तों पर अपना समर्थन देते हैं।
बड़ा प्रश्न यह सामने आ रहा है कि क्या पांच वर्ष तक पांवटा नगर परिषद पर भाजपा काबिज रहेगी या नहीं। क्योंकि प्रदेश सरकार में कैबिनेट ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी का मंत्री बनने के बाद यह पहला चुनाव था, जिस पर वह पूर्ण कब्जा नहीं कर पाए। 2022 के लोकसभा चुनाव से पहले नगर निकाय चुनाव व पंचायत चुनाव को सेमीफाइनल मान रही भाजपा के लिए राजगढ़ तथा नाहन में नगर निकाय चुनाव संजीवनी बने हैं।
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बिंदल व रीना परीक्षा में पास
नाहन नगर परिषद में विधायक डाक्टर राजीव बिदल की बदौलत एक बार फिर नगर परिषद पर भाजपा ने कब्जा कर लिया है, जबकि पच्छाद की विधायक रीना कश्यप की यह पहेली अग्नि परीक्षा थी, जिसमें वह पास हो गई हैं। 2019 के उपचुनाव में विधायक बनने के बाद रीना कश्यप का यह पहला चुनाव था, जोकि वह जीतने में सफल हुई है।