श्रीराम कथा से बढ़ता है आध्यात्मिक ज्ञान : भारती
संवाद सूत्र, अर्की : नगर में चल रही राम कथा के दौरान आज कथा व्यास साध्वी सुश्री गरिमा भारती ने
संवाद सूत्र, अर्की : नगर में चल रही राम कथा के दौरान आज कथा व्यास साध्वी सुश्री गरिमा भारती ने प्रभु राम जन्म प्रसंग का व्याख्यान किया। उन्होंने कहा कि जब जब भी धरती पर अनैतिकता, अधर्म, भ्रष्टाचार , अनाचरण, चरित्र हीनता व अहंकार का बोलबाला बढ़ जाता है तो प्रभु मनुज अवतार धारण करके धरा पर आते हैं और अपने भक्तों का कल्याण करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम जग पालक व सृष्टि के नियामक तत्व हैं जो साकार रूप धारण करके अयोध्या में राजा दशरथ के घर जन्म लेते हैं। उन्होंने कहा कि श्रीराम कथा जहा मनुष्य को आध्यात्मिक ज्ञान व दृष्टि प्रदान करती है। वहीं मनुष्य के जीवन से संबंधित गुणों का विश्लेषण भी करती है। राजा दशरथ के घर में चार पुत्रों का जन्म होता है तथा गुरुदेव वशिष्ठ उन चारों का नामकरण करते हैं। श्री राम का नामकरण करते ही गुरुदेव वशिष्ठ को एहसास होता है मानो उनकी जिव्हा को असीम मिठास का अनुभव हो रहा हो। साध्वी ने कहा कि राम का नाम ही ऐसा है जिसका उच्चारण मात्र मनुष्य को कई कष्टों से मुक्ति दिलाता है। इस दौरान दिव्य च्योति जागृति संस्थान की टीम द्वारा भावपूर्ण भजनों के माध्यम से कथा प्रसंगों की सुमधुर व सारगर्भित व्याख्या की गई।