लाखों की आबादी एक सर्जन के सहारे
जहां एक तरफ तो सरकार जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के बड़े बड़े दावे करती है । इन स्वास्थ्य सेवाओं को चलाने के लिए सरकार चिकित्सकों को मुहैया करवाने में नाकाम साबित हो रही है । जिला के सबसे बड़े अस्पताल में एक सर्जन ही सेवाएं दा रहा है । अस्पताल में तैनात सर्जन डा आरके गुप्ता का तबादला शिमला के लिए कर दिया गया है । इसके बाद अब ऑप्रेशन के लिए अस्पताल आने वाले मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़
आशुतोष डोगरा, सोलन
जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावों की हवा सरक रही है। आलम यह है कि स्वास्थ्य संस्थानों में चिकित्सकों की कर्मी मरीजों का दर्द बढ़ा रही है। जिला के सबसे बड़े अस्पताल का हाल ही देख लो, जहां एक सर्जन ही सेवाएं दे रहा है, जबकि दूसरे सर्जन डॉ. आरके गुप्ता का तबादला शिमला के लिए कर दिया गया है। इसके बाद अब ऑपरेशन के लिए अस्पताल आने वाले मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि खानापूर्ति के लिए अस्पताल में डॉ. किरन शर्मा को तैनात किया गया है लेकिन सर्जरी के लिए अब एक ही चिकित्सक है। ऐसे में आने वाले समय में लोगों को भारी दिक्कतों को सामना करना पड़ सकता है। सोलन अस्पताल में लंबे अरसे से ही मेडिकल व पैरा मेडिकल स्टाफ की भारी कमी चल रही है।
आपातकाल व अवकाश के समय कौन करेगा ऑपरेशन
सोलन अस्पताल में रोजाना हजारों मरीज स्वास्थ्य लाभ के लिए दूरदराज के क्षेत्रों से अस्पताल आते हैं। अस्पताल में औसतन रोजाना छह से सात मरीजों के ऑपरेशन के होते हैं। अब एक ही सर्जन के होने से लोगों काफी दिक्कतें झेलनी पड़ सकती हैं। दूसरी तरफ एक सर्जन के अवकाश पर चले जाने के कारण ऑपरेशन का जिम्मा संभालने वाला कोई चिकित्सक नहीं रहेगा । ऐसे में मरीज को काफी परेशानी झेलनी पड़ सकती है। इसके अलावा अस्पताल सर्जन न होने की स्थिति में आपातकाल में ऑपरेशन करने के लिए भी किसी प्रकार का कोई अतिरिक्त व्यवस्था नहीं की गई है, जिसके चलते मरीजों को शिमला व चंडीगढ़ ही रेफर किया जाएगा ।
1500 मरीजों की रोजाना है ओपीडी
सोलन अस्पामल में जिला सोलन, शिमला व सिरमौर के मरीज अपने इलाज के सोलन अस्पताल पहुंचते हैं। सोलन अस्पताल में रोजाना लगभग 1500 मरीजों की ओपीडी है लेकिन अस्पताल चिकित्सक केवल 19 ही हैं। अस्पताल की ओपीडी के हिसाब से 32 चिकित्सकों की जरूरत अस्पताल में हैं लेकिन इनकी संख्या बढ़ाने के लिए अभी तक सरकार व प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है । ऐसे में आए दिन मरीजों को यहां दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है ।
उधर, मुख्य चिकित्सक अधीक्षक डॉ. महेश गुप्ता ने कहा कि अस्पताल में जनरल ओपीडी में डा. किरन शर्मा की नियुक्ति की गई है। उन्होंने कहा कि सर्जन डॉ. आरके गुप्ता का तबादला शिमला के लिए हुआ है। उन्हें भारमुक्त कर दिया गया है। इसके अस्पताल में वर्तमान में 19 डॉक्टर तैनात है।