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शूलिनी विवि के दीक्षा समारोह में 1187 को मिली डिग्रियां

बड़ा सपना देखना कोई असामान्य बात नहीं है लेकिन जरूरी है कि सपनों को पूरा करने के लिए जागो और कदम आगे बढ़ाओ।

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 Feb 2019 05:44 PM (IST)Updated: Wed, 27 Feb 2019 05:44 PM (IST)
शूलिनी विवि के दीक्षा समारोह में 1187 को मिली डिग्रियां

जागरण संवाददाता, सोलन : बड़ा सपना देखना कोई असामान्य बात नहीं है, लेकिन जरूरी है कि सपनों को पूरा करने के लिए जागना और कदम आगे बढ़ाना मैं आप में से प्रत्येक को केवल सपने देखने के लिए नहीं, बल्कि जागने और योजना बनाने के लिए चुनौती देता हूं और उस सपने को वास्तविकता बनाने के लिए प्रोत्साहित करता हूं। अपने सपनों को हकीकत में बदलने के लिए प्रयास करें और आप आखिर में सफल होंगे। रमेश मेहन चांसलर शूलिनी यूनिवर्सिटी ने बुधवार को चौथे दीक्षा समारोह के दौरान विद्यार्थियों को संबोधित करते यह कहा।

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रमेश मेहन उद्योगपति और समाज कल्याण में सक्रिय हैं। उन्होंने कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। दीक्षा समारोह में कुल 1187 विद्यार्थियों ने डिग्री प्राप्त की, जिन्होंने अपनी पीएचडी, पोस्ट ग्रेजुएशन और ग्रेजुएशन कोर्स पूरे किए हैं। 51 पीएचडी की डिग्री हासिल करने वाले स्टूडेंट्स भी शामिल हैं। 26 स्टूडेंट्स को गोल्ड मेडल और नौ को मेरिट सर्टिफिकेट भी प्रदान किए।

दीक्षा समारोह के दौरान मुख्य अतिथि रमेश मेहन ने डिग्रियां प्रदान की। उन्होंने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय की सफलता की कहानी हमें जीवन के दो महान सबक प्रदान करती है। पहला सपने सच हो सकते हैं। दूसरा अगर हम चाहते हैं कि हमारे सपने सच हों तो हमें कड़ी मेहनत करने के लिए तैयार रहना होगा। शूलिनी विश्वविद्यालय ने 10 बेस्ट एनआइआरएफ रैंकड यूनिवर्सिटीज को भी रिसर्च आउटपुट इंडीकेटर्स में पीछे छोड़ दिया है और यूनिवर्सिटी के लिए ये एक बड़ी सफलता है। मेहन ने कहा कि जब आप जीवन में चुनौतियों का सामना करते हैं तो अपने खोल में छिपने के बजाय अपने सिर को ऊंचा करें, बाहर निकलें और इन चुनौतियों का सामना करें।

प्रो. पीके खोसला वाइस चांसलर शूलिनी यूनिवर्सिटी ने कहा कि शूलिनी विवि ने शीर्ष दस भारतीय विवि और आइआइटी, एनआइटी और आइआइएसईआर के मुकाबले में साइटेशनल रिसर्च में शानदार परिणाम दिए हैं। प्रो. खोसला ने कहा कि अगले तीन वर्ष में हम भारतीय और वैश्विक दाताओं से निधि निर्माण के साथ-साथ अनुसंधान और शिक्षण दोनों में अपनी अंतरराष्ट्रीय धारणा को बेहतर बनाने की योजना बना रहे हैं। समारोह में रिनी मेहन, प्रो. एचसी शर्मा, सतीश आनंद, प्रो. अतुल खोसला, प्रो. सरोज खोसला, प्रेसिडेंट फाउंडेशन अशोक आनंद, वाइस प्रेसिडेंट फाउंडेशन, ट्रस्ट सदस्य विशाल आनंद, गगन आनंद आदि मौजूद रहे।


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