दाड़लाघाट में हुई प्रवचनों की अमतृवर्षा
संवाद सूत्र, दाड़लाघाट : संत निरंकारी सत्संग भवन दाड़लाघाट में रविवार को सत्संग का आयोजन किय
संवाद सूत्र, दाड़लाघाट : संत निरंकारी सत्संग भवन दाड़लाघाट में रविवार को सत्संग का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता सयोजक शकर दास निरंकारी ने की और स्टेज सेवा महात्मा पून्नू राम ने की। महात्मा शकर दास ने सतगुरु माता सुदीक्षा सविंद्र हरदेव के आदेशों को मानकर कर्म रूप देकर जीवन में तदानुसार चलाने के लिए बल दिया गया। उन्होंने कहा कि आज सतगुरु माता सुदीक्षा सविंद्र हरदेव महाराज सभी संतों को प्यार, नम्रता, विशालता, मानवता और सहानुभूति का पाठ पढ़ा रहे हैं। इंसान के उत्तम गुण है हम एक-दूसरे के दु:ख-दर्द में काम आए, उनकी समस्याएं सुनें, समझें और मददगार बनें। निरंकार ने हमें समझ समझदारी के लिए दी है। हम इस समझ का इस्तेमाल अपने लिए तो करते नहीं, उल्टे दूसरों को समझाने लग पड़ते हैं, चाहे हमारे अंदर हजार कमिया हों और हम स्वयं वही गलती कर भी रहे हों फिर भी हम दूसरों के ऊपर उंगली उठाने लगते हैं, उन्हें समझाने लग पड़ते हैं। इस मौके पर संयोजक शकरदास निरंकारी, संचालक दिनेश गुप्ता, शिक्षक नरेंद्र कुमार, निशात, पून्नू राम, कैलाश, मदन, जट्टूराम, पूरनचंद, सुखराम, रमेश, सुशील, बॉबी, सुखदेई, विद्यासागर, लता, मधु, नेहा, रीना, बंती, सुरेशी व अन्य मौजूद रहे।