एक साल से नहीं हुई जिला शिकायत निवारण समिति की बैठक
जिला में समस्याओं के समाधान के लिए जिला शिकायत निवारण समिति की बैठक लोगों व अधिकारियों के बीच सरकार के मंत्री के समक्ष एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करती है।
मनमोहन वशिष्ठ, सोलन
जिला में समस्याओं के समाधान के लिए जिला शिकायत निवारण समिति महत्वपूर्ण कड़ी का काम करती है, लेकिन भाजपा सरकार के गठन के एक वर्ष बाद भी सोलन जिला में समिति की बैठक नहीं हो पाई है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों की समस्याओं को हल करवाने में जिला शिकायत निवारण समिति की बैठकें अहम होती हैं। समिति में सरकारी व गैर सरकारी सदस्य होते हैं, जिसकी अध्यक्षता जिला से संबंधित मंत्री या अन्य कोई मंत्री करता है। मंत्री के समक्ष ही सरकार द्वारा पांचों विधानसभा क्षेत्रों से चयनित सदस्य अपने अपने क्षेत्रों की समस्याओं व मांगों को रखते है जिस पर उन मांगों व समस्याओं से संबंधित विभाग के जिलाधिकारी उसका समाधान करवाने में अहम रोल अदा करते है। ऐसे में जिला शिकायत निवारण समिति की समय समय पर बैठकें होना जरूरी होता है। समिति के गैर सरकारी सदस्य तो काफी समय पहले ही चयनित किए जा चुके हैं, लेकिन एक साल से ऊपर का समय हो जाने के बाद भी समिति की बैठक नहीं हो पाई है। जिला से संबंधित सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता व सहकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ही इस समिति के अध्यक्ष है।
नहीं हो रहा समस्याओं का समाधान
जिला निवारण समिति की बैठक में पांचों विधानसभा क्षेत्रों के तहत 211 ग्राम पंचायतों, सोलन, परवाणू, बद्दी व नालागढ़ चार नगर परिषदों, कसौली, डगशाई व सुबाथू तीन छावनियों व एक नगर पंचायत अर्की के लोगों से जुड़ी समस्याओं का हल होता है। बैठक में बिजली, पानी, सड़कें, स्वास्थ्य, शिक्षा, राशन जैसी आमजन से जुड़ी समस्याओं व मांगों पर चर्चा होती है। मौजूदा समय में लोगों को अपनी विभिन्न मांगों और समस्याओं के समाधान के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का भी कहना है कि सरकार को जल्द से जल्द समिति की बैठक का आयोजन करना चाहिए।
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जिला शिकायत निवारण समिति की बैठक के आयोजन के लिए जल्द ही सहकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल से समय लिया जाएगा। समय मिलते ही बैठक का आयोजन किया जाएगा।
-विनोद कुमार, उपायुक्त।