कम लोड दर्शाने वाले संस्थानों पर होगी कार्रवाई
बिजली बोर्ड सोलन अब जल्द ही यूनिवर्सिटी और औधोगिक संस्थानों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रहा है।
जागरण संवाददाता, सोलन : बिजली बोर्ड सोलन जल्द ही शिक्षण संस्थानों और औद्योगिक संस्थानों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रहा है। सोलन जिला तेजी से विकसित हो रहा है और आबादी में इजाफा हो रहा है। यही वजह है कि अब बिजली बोर्ड को बिजली आपूर्ति करने के लिए अघोषित कटों का सहारा लेना पड़ रहा है। जिला में लगने वाले अघोषित कटों से शहरवासियों को निजात दिलाने के लिए अब बिजली बोर्ड ने कमर कसी है। बोर्ड उन संस्थानों व उद्योगों पर शिकंजा कसने जा रहा है, जिन्होंने अपने परिसर में बिजली का लोड कम बताकर अब उसकी खपत उससे कहीं अधिक करने लगे हैं।
बिजली बोर्ड सोलन की नजर शहर व आसपास के बडे संस्थानों पर है। जिला सोलन में नौ विश्वविद्यालय हैं और इसके अलावा कई औद्योगिक क्षेत्र भी यहां आसपास विकसित हैं। सूत्रों के अनुसार हॉस्टल वाले निजी कॉलेज व विवि में सर्दियों के इन दिनों बिजली की अधिक खपत की संभावना है।
बिजली बोर्ड सोलन के पास लगभग छह विद्युत सब स्टेशन हैं, जिन्हें सोलन के 132 केवी स्टेशन से बिजली की सप्लाई दी जाती है। सोलन विद्युत बोर्ड के पास कुल 70 मेगा वोल्ट एंपीयर (एमवीए) बिजली की क्षमता है, जो सोलन की आबादी के मुताबिक पर्याप्त है, लेकिन कुछ स्थानों पर बिजली का अधिक लोड होने से शहर में बिजली की कमी हो रही है। सोलन में 6:50 एमवीए सब स्टेशन कथेड, तीन एमवीए बसाल, 6:30 एमवीए कंडाघाट, 6:30 एमवीए ओच्छघाट, 12:6 एमवीए कसौली, 6:30 एमवीए सराहां में मौजूद हैं। इन्हीं सभी सब स्टेशनों के माध्यम से समस्त सोलन शहर व आसपास को बिजली दी जाती है, लेकिन उक्त कुछ सब स्टेशनों पर सर्दियों के इन दिनों लोड बढ़ने लगा है, जिससे बिजली कटों की समस्या आने लगी है।
लगेगा जुर्माना
विद्युत बोर्ड सोलन के एसई सुदेश कुमार सेन ने कहा कि उनके पास 70 एमवीए की विद्युत क्षमता है, जो शहर की आबादी के लिए पर्याप्त है। सर्दियां आते ही कई सब स्टेशनों पर अधिक लोड बढ़ रहा है जिसके कारण कुछ स्थानों पर बिजली कटों की समस्या सामने आ रही है। सुदेश कुमार ने कहा कि वह प्रतिष्ठानों का निरीक्षण करेंगे। अगर बताए गए लोड से अधिक की खपत पाई गई तो उन्हें नोटिस जारी होंगे और जुर्माना किया जाएगा।