भगत राम की हत्या है या ऑनर किलिंग?
भगत राम सैणी की अचानक मौत के बाद उनका परिवार सदमें में है। बेटा गौरव व पिता राम स्वरूप जवान बेटे की मौत के बाद काफी दुखी हैं।
नालागढ़, ओमपाल सिंह। खरुणी में भगत राम सैणी की दर्दनाक मौत के बाद एक हंसता खेलता परिवार बिखर गया है। भगत राम सैणी अपने परिवार मुख्य कर्ताधर्ता थे। साथ ही उन्होंने बीबीएन में तीन दर्जन से अधिक स्कूल भी चलाए हुए थे। इनमें 300 से अधिक लोगों को रोजगार दिया हुआ है। अब इन स्कूलों के संचालन पर बंद होने की तलवार लटक गई है। इन छोटे स्कूलों में पढ़ रही तीन हजार बच्चों का भविष्य भी अधर में लटक गया है।
भगत राम सैणी निजी व्यवसाय के साथ-साथ धार्मिक कार्यों में भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते रहे हैं। उनकी अचानक मौत के बाद उनका परिवार सदमें में है। बेटी समेंथा हमीरपुर में बीटेक कर रही है। जो सूचना मिलते ही खरुणी के लिए रवाना हो गयी है। बेटा गौरव व पिता राम स्वरूप जवान बेटे की मौत के बाद काफी दुखी हैं। लुटेरों ने भगत राम को धारदार हथियारों से इतनी बेरहमी से मारा कि समय पर उपचार न मिलने पर उसके शरीर से काफी रक्तस्त्राव हो गया था।
जो उसकी मौत का कारण बना। इस हत्या कांड को उड़ीसा टूअर से भी जोड़ कर देखा जा रहा है। टूअर के दौरान छात्राओं से छेड़छाड़ होने की अफवाहों का बाजार बहुत गर्म था और सोशल मीडिया पर इसको
लेकर लगातार ट्रोलिंग हो रही थी। हो सकता है यह मामला ऑनर किलिंग से जुड़ा हो। इस मामले में पुलिस ने जांच की, लेकिन किसी भी छात्रा ने खुल कर सामने आकर कोई बात नहीं कही। इससे यह मामला रफादफा हो गया था। हो सकता है उसी घटनाक्रम को लेकर भगत राम सैणी पर यह हमला हुआ हो। इससे पुलिस को गुमराह करने के लिए लूट का मोड़ दिया गया हो।