Himachal News: अगर कुल्लू-मनाली जा रहे हैं तो सावधान! होटल और सड़कें पैक, 22 किलोमीटर तक लगा लंबा जाम
मैदानों पर तपिश बढ़ते ही पर्यटकों ने पहाड़ों की तरफ रुख शुरू कर दिया है। यही कारण है कि रविवार को मंडी से लेकर रोहतांग तक भीषण जाम रहा। वहीं कुछ जगह पर होटलों में ऑक्यूपेंसी भी 80 प्रतिशत के करीब रही। आलम यह रहा कि पर्यटकों की भीड़ के आगे कुल्लू-मनाली सहित लाहुल घाटी के पर्यटन स्थल छोटे पड़ गए हैं।
जागरण टीम, मनाली/परवाणू। मैदानी राज्यों में बढ़ती गर्मी का असर कुल्लू, मनाली, लाहुल सहित परवाणू में दिखने लगा है। मैदानी राज्यों से भारी संख्या में पर्यटकों ने पहाड़ का रुख किया है। कुल्लू-मनाली पर्यटकों की पहली पसंद बना है।
यही कारण है कि रविवार को मंडी से लेकर रोहतांग के उस पार लाहुल तक यातायात जाम देखने को मिला। रविवार को लाहुल की पट्टन घाटी की ओर भी भारी संख्या में पर्यटक पहुंचे। इस कारण तांदी से उदयपुर तक यातायात जाम लगा। पर्यटकों की भीड़ के आगे कुल्लू-मनाली सहित लाहुल घाटी के पर्यटन स्थल छोटे पड़ गए हैं।
22 किलोमीटर लगा लंबा जाम
मनाली से पलचान के बीच 10 किलोमीटर के क्षेत्र में यह समस्या गहरा गई। सैलानी सुबह चार बजे ही मनाली से रोहतांग रवाना हो गए। मढ़ी से लेकर दर्रे तक 15 किलोमीटर तक जाम लग गया। पुलिस को यातायात सुचारू करने में पसीना बहाना पड़ा। शाम के समय अटल टनल से मनाली तक 22 किलोमीटर के क्षेत्र में जाम लगा।
डीएसपी मनाली केडी शर्मा ने बताया कि पुलिस जवान रात 12 बजे तक यातायात सुचारू करने में सराहनीय योगदान दे रहे हैं। वहीं, रविवार को परवाणू के बाइपास स्थित टोल टैक्स व चक्की मोड़ पर वाहनों की लंबी कतारें देखने को मिलीं। पर्यटक शिमला व कसौली का रुख कर रहे हैं।
आम तौर पर यहां से तीन से चार हजार वाहन हिमाचल में प्रवेश करते हैं, जबकि शनिवार व रविवार को इनकी संख्या सात से आठ हजार तक पहुंच जाती है।
रविवार को सोलन में राधा स्वामी सत्संग का आयोजन भी था, जिससे सोलन में भी जाम की स्थिति नजर आई। परवाणू के चक्की मोड़ पर सिंगल लाइन होने से दोनों ओर यातायात धीमी गति से चलता रहा। इसके अलावा जगह-जगह काम के कारण फोरलेन को एक तरफ से बंद किया गया है।
डीएसपी प्रणव चौहान ने बताया कि परवाणू थाना से पुलिसकर्मियों को चक्की मोड़, टीटीआर चौक बाइपास टोल टैक्स पर तैनात किया गया है।
छुट्टियों ने चमकाया पर्यटन कारोबार
उधर, पर्यटन नगरी मैक्लोडगंज के सभी होटल पैक हैं और ऑक्यूपेंसी 80 प्रतिशत के करीब है। हिमाचल पर्यटन विकास निगम के दोनों होटल क्लब हाउस और भागसू भी पैक हैं। ज्यादातर पर्यटक पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली और चंडीगढ़ से आए हैं।
इससे पर्यटन कारोबार से जुड़े हर वर्ग को लाभ मिला है। हालांकि शहर में वाहनों की संख्या बढ़ने से जाम लग रहा है और इससे पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
निगम के मैक्लोडगंज स्थित दोनों होटल पैक हैं। धर्मशाला के होटलों में भी 80 प्रतिशत आक्यूपेंसी है। मैदानी राज्यों में शैक्षणिक संस्थानों में गर्मियों की छुट्टियों के कारण पर्यटकों की संख्या बढ़ी है और यह सुखद संदेश है।
- नवदीप सिंह, उप महाप्रबंधक एचपीटीडीसी धर्मशाला।
मैक्लोडगंज के होटल लगभग पैक हैं। दूरदराज के होटलों में आक्यूपेंसी 80 प्रतिशत के करीब है। पर्यटकों की संख्या बढ़ने से कारोबार चमक गया है। इसका लाभ टैक्सी आपरेटरों, दुकानदारों व अन्य लोगों को भी मिल रहा है।
- दिनेश कपूर, होटल कारोबारी