नालों में कूड़ा फेंकने से दूषित हो रहे पेयजल स्रोत
चायल क्षेत्र की गंदगी को खुलेआम पानी के नालों में बहाया जा रहा है।
संवाद सूत्र, कंडाघाट : चायल क्षेत्र में कूड़े को नालों में फेंका जा रहा है। इससे पेयजल स्रोत भी दूषित हो रहे हैं। स्थानीय पंचायत व प्रशासन द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। दूषित पानी पीने से जल जनित रोग फैलने का खतरा बना हुआ है। नालों में कूड़ा फेंकने से ग्राम पंचायत झाजा के तहत गांव झाजा, महोग, शकोग, करयालटु और काथला के पेयजल स्रोत दूषित हो रहे हैं। काथला गांव में कुछ साल पहले भी पीलिया फैल गया था। इसके बावजूद सरकार व प्रशासन ने इस पर कोई उचित कदम नहीं उठाए। प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण महोग के ईश्वर चंद, श्रवण कुमार, गांव काथला के सुरेंद्र, झाजा गांव के मेदराम व अजय ने बताया कि गंदगी के कारण उन्हें परेशानी झेलनी पड़ रही है। ग्राम पंचायत चायल के प्रधान महेश कनौजिया ने बताया कि पंचायत के प्रयासों से डंपिंग साइड के लिए सरकार द्वारा पांच लाख रुपये स्वीकृत किए हैं। प्रशासन का सहयोग रहा तो जगह का चयन कर डंपिंग साइड मिल जाएगी। पंचायत ने सभी होटल मालिक व दुकानदारों को खुले में कूड़ा फेंकने पर प्रतिबंध लगाया है।