दाड़लाघाट पंचायत में लगे कूड़े के ढेर
स्वच्छता पुरस्कार से सम्मानित दाड़लाघाट पंचायत में सफाई व्यवस्था पूरी
संवाद सूत्र, दाड़लाघाट : स्वच्छता पुरस्कार से सम्मानित दाड़लाघाट पंचायत में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई है। गाव रौडी के पूर्व पंचायत सदस्य एवं संयोजक सीमेंट कंपनी से प्रभावित किसान सभा जगदीश शर्मा ने बताया कि प्रदेश और केंद्र सरकार स्वच्छता अभियान पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही हैं। इसका असर अभी तक जमीनी स्तर पर देखने को नहीं मिल रहा है। आलम यह है कि पंचायत के गाव रौडी के वार्ड एक व वार्ड दो में सड़क किनारे क्षेत्र में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। इसकी तरफ न तो पंचायत और न ही पंचायत के चुने हुए सदस्यों व अंबुजा कंपनी का ध्यान जाता है। उन्होंने बताया कि पहले पंचायत द्वारा कूड़ा उठाने के लिए ट्रेक्टर भेजा जाता था, लेकिन अब एक वर्ष से इन वार्डो से कूड़ा नहीं उठाया गया है।
इससे जहा क्षेत्र में बदबू का आलम है। वहीं, इससे राहगीरों को भी खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है। दाड़लाघाट पंचायत सफाई व्यवस्था सुधारने की बात करती है, लेकिन गाव के साथ ही कूड़ा बिखरा हुआ है। जहा गंदगी फैली है, उसके आस-पास शिक्षण संस्थान व बावड़ी भी है। स्थानीय निवासी जगदीश शर्मा का कहना है कि करीब एक साल से सड़क के किनारे लगे कूड़े के ढेर को पंचायत या अंबुजा कंपनी ने नहीं उठाया है। इससे बीमारियों के फैलने का भी अंदेशा है।
दाड़लाघाट पंचायत के प्रधान सुरेंद्र शुक्ला ने कहा कि बरसात से कूड़ा फेल जाता है। गड्ढा बनाने के लिए जगह गह खोज रहे हैं। जल्द ही कचरे को उठा लिया जाएगा।