मशरूम अनुसंधान निदेशालय सोलन हुआ पेपरलेस
कोरोना जैसी महामारी के समय जहां हर चीज को छूने के बाद हाथ धोना जरूरी है और बाहर से आने वाले हर वस्तुओं को सेनिटाइज करके ही हाथ में लिया जा रहा है।
संवाद सहयोगी, सोलन : कोरोना जैसी महामारी के समय हर चीज को छूने के बाद हाथ धोना जरूरी है और बाहर से लाए सामान को सैनिटाइज करके ही हाथ में लिया जा रहा है। ऐसे में सोलन स्थित देश के एकमात्र मशरूम अनुसंधान निदेशालय (डीएमआर) ने कार्यालय के सारे कामकाज को पेपरलेस कर लिया है। कार्यालय का सारा कामकाज अब कंप्यूटर के माध्यम से हो रहा है। इससे कर्मचारी न तो एक से दूसरे कमरे में जा रहे हैं और न ही बाहर से आने वाली डाक को डायरी करने के बाद इधर से उधर घुमाया जा रहा है।
डीएमआर सोलन के निदेशक डॉ. वीपी शर्मा ने बताया कि अब उनका कार्यालय पूरी तरह पेपरलेस हो गया है। सारा ऑफिस वर्क ई-ऑफिस में हो रहा है। उन्होंने बताया यह सॉफ्टवेयर उन्होंने जनवरी में चलाना शुरू किया था, लेकिन उस समय थोड़ा ही काम किया जा रहा था। मार्च में कोरोना संकट आते ही पहली अप्रैल से 100 फीसद कार्य ई-ऑफिस से किया जा रहा है।
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हिमाचल का पहला सरकारी कार्यालय
डॉ. वीपी शर्मा के अनुसार डीएमआर सोलन पेपरलेस वर्क शुरू करने वाला हिमाचल का पहला सरकारी कार्यालय है। हालांकि हिमाचल विधानसभा में पहले से ही पेपरलेस कार्य चलता है।