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खेतों या घासनियों में आग लगाने से पहले विभाग को दें सूचना

वनों की आग पर काबू पाने के लिए जहा वन विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Apr 2021 08:15 PM (IST)Updated: Fri, 16 Apr 2021 08:15 PM (IST)
खेतों या घासनियों में आग लगाने से पहले विभाग को दें सूचना
खेतों या घासनियों में आग लगाने से पहले विभाग को दें सूचना

संवाद सूत्र, नालागढ़ :

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वनों की आग पर काबू पाने के लिए जहा वन विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है, वहीं ग्रामीणों से भी संवाद करके उन्हें जागरूक किया जा रहा है। वनों में आग लगने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी जा रही है। इसी कड़ी में डीएफओ नालागढ़ यशुदीप सिंह ने वन क्षेत्र मामला गांव का दौरा किया और वहां पशुओं को चराने आए ग्रामीणों को जागरूक किया।

यशुदीप सिंह ने कहा कि वनमंडल नालागढ़ के तहत 10 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि डीपीएफ है, जबकि 5000 हेक्टेयर से अधिक भूमि शामलात है। वनों की आग से निपटने के लिए विभाग द्वारा एसीएफ की अगुवाई में टास्क फोर्स गठित की हुई है और 45 फायर वॉचर भी नियुक्त किए हैं। यदि मलकीयत भूमि या घासनी की साफ सफाई के बाद आग लगानी है तो इसकी सूचना वन विभाग के कर्मचारियों को देना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वन क्षेत्र से निजी भूमि की 100 मीटर दूरी पर बिना सूचना आग लगाने पर 1500 रुपये प्रति बीघा और अपराध दोबारा करने पर जुर्माना दोगुना लगाने का प्रविधान है। इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति सरकारी जंगल में आग लगाता हुआ पकड़ा जाता है तो उसे भारतीय वन अधिनियम 1927 के तहत सजा व जुर्माना दोनों हो सकता है।

उन्होंने कहा कि वन वातावरण ही नहीं, अपितु आर्थिक व स्वास्थ्य के प्रति महत्वपूर्ण हैं और इन्हीं वनों में जीव जंतुओं का घर भी होता है, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह जंगल में आग न लगाएं और आग लगने की सूरत में न केवल उसे बुझाने का प्रयास करें, अपितु तुरंत ही इसकी जानकारी वन विभाग व फायर ब्रिगेड को देनी चाहिए, ताकि समय रहते आग पर काबू पाया जा सके। इससे न केवल वन संपदा जलने से बच सके, अपितु जीव जंतुओं सहित पर्यावरण को भी नुकसान न हो।

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अग्निकांड से निपटने के लिए सभी सजग रहें : उपायुक्त

जागरण संवाददाता, नाहन : जिला सिरमौर में पानी की कमी व सूखे जैसे हालात और वनों में अग्निकांड की घटनाओं को लेकर विभिन्न विभागों के साथ बैठक का आयोजन उपायुक्त सिरमौर डा. आरके परूथी की अध्यक्षता में किया गया। बैठक के दौरान सभी विभागों ने अपनी कार्ययोजना के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की।

उपायुक्त ने बताया कि इस बार कम बारिश होने के कारण जिला में पानी की कमी व सूखे जैसे हालात होने की संभावना हो सकती है, इसलिए संबंधित विभागों को अपनी तैयारी पूरी रखनी होगी। ताकि समय आने पर किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके। उन्होंने लोगों से अपील की कि पानी बर्बाद न करें। रिसनें वाले नलों को ठीक करें। वनों में अग्निकांड की रोकथाम के लिए कारगर कदम उठाने के निर्देश दिए।


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