अनलॉक होने के बाद भी नहीं खुले कई उद्योग
देश में कोरोना महामारी से बचाव के लिए लगाए गए लॉकडाऊन ने कुछ उद्योगों की कमर तोड़ दी है।
सुनील शर्मा, सोलन
कोरोना से बचाव के लिए लगाए गए लॉकडाउन व कर्फ्यू ने कुछ उद्योगों की कमर तोड़ दी है। प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी, बरोटीवाला व नालागढ़ (बीबीएन) में कुछ ऐसे उद्योग भी हैं, जो अब तक दोबारा नहीं खुले हैं। मार्च से मई तक चले लॉकडाउन व कर्फ्यू ने कई उद्योगों को हिला दिया है। बद्दी की देव्यानी फूड कंपनी को भी बड़ा झटका लगा। कंपनी 2006 से यहां स्थापित थी और क्रीम वेल ब्रांड से आइसक्रीम बनाती थी। लॉकडाउन होने से उनका पूरे साल का सीजन खराब हो गया। आइसक्रीम इस दफा बन ही नहीं सकी। ऐसे में उद्योग को बंद करने की नौबत आ गई।
कंपनी के कामगार सोलन निवासी राम कुमार ने बताया कि अब उद्योग के लगभग 110 कर्मचारी रोजाना उद्योग में काम के लिए चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कंपनी गेट पर उद्योग बंद किए जाने का नोटिस लगा हुआ है। इसी तरह क्राफ्ट्स मैन व स्मैक्स लैदर कंपनियों पर भी संकट है। यह कंपनियां लैदर के बैग बनाती हैं और बड़े शोरूम में इनकी सप्लाई होती थी, लेकिन शोरूम अब तक बंद हैं। इनके अलावा झाड़माजरी स्थित स्वैन एल्यूमीनियम कंपनी, जिसमें 100 से अधिक लोग काम करते हैं, जिनके रोजगार पर संकट आ गया है। इनके अलावा जूता कंपनी कोलंबस जो कि बरोटीवाला में स्थित है और उसमें 100 से अधिक वर्कर हैं। अब तक कंपनी दोबारा शुरू नहीं हुई है। जिंदल प्लास्टिक कंपनी भुड्ड भी अब तक उद्योग को शुरू नहीं कर सकी है।
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कुछ कंपनियों की तरफ से शटडाउन करने का पत्र मिला है। तीन जून को बैठक कंपनी के उच्च अधिकारियों के साथ की जाएगी। कामगारों को उनका हक दिलाया जाएगा। कुछ कंपनियां ऐसी हैं, जो अभी अपना काम शुरू नहीं कर सकी हैं, लेकिन उन्हें बंद नहीं कहा जा सकता।
-जितेंद्र बिंद्रा, श्रम अधिकारी बद्दी।