अब बड़े अधिकारियों तक पहुंचेगी सीबीआइ जांच
प्रदेश के औद्योगिक नगर में रिश्वतखोरी के मामले का भंडाफोड़ होने के मामलों ने कई सवालों को जन्म दे दिया है।
सोलन, सुनील शर्मा। बेशक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बुधवार को एक विज्ञप्ति के माध्यम से साफ किया है कि उसे उद्योग विभाग के रिश्वत कांड में न घसीटा जाए लेकिन सीबीआइ बड़े अफसर को समन भेज सकती है। सीबीआइ की तहकीकात जारी है, जिसमें अब तक वह उद्योग विभाग से जुड़े व अन्य अफसरों से पूछताछ कर चुकी है। बताया जा रहा है कि पूछताछ के लिए सीबीआई ने बद्दी स्थित शिकायतकर्ता उद्योग मेडिसेफ में भी दबिश दी थी।
प्रदेश के औद्योगिक नगर में रिश्वतखोरी के मामले का भंडाफोड़ होने के मामलों ने कई सवालों को जन्म दे दिया है। हलचल यह भी है कि ऐसे मामलों से प्रदेश की छवि तो धूमिल हुई ही है, अब प्रदेश में होने वाले औद्योगिक निवेश पर भी इसका असर पड़ सकता है। 2013 में पैकेज समाप्त होने के बाद इनवेस्टर मीट के माध्यम से उद्योगों को प्रदेश में निवेश के लिए रिझाने के अनेक प्रयास किए जाते रहे हैं लेकिन इस बीच प्रदेश की औद्योगिक नगरी बद्दी में यह मामला हो गया। राजनीतिक गलियारों में इस बात की भी खूब चर्चा बनी हुई है।
प्रदेश के उद्योग विभाग में रिश्वत खोरी का मामला सामने आने के बाद विपक्ष ने सरकार पर भी निशाना साधा है और कांग्रेस सरकार के मंत्रियों पर आरोप लगाए हैं। हालांकि कुछ नियुक्तियों पर पहले भी जांच की बातें हो चुकी हैं। रिश्वतखोरी के मामले के बाद यह मामला एक फिर तूल पकडऩे लगा है। बताया जाता है कि एक तिकड़ी एक साथ औद्योगिक क्षेत्र में तैनात रहकर सरकार की जेबें भरती है जिनका मुखिया आरोपी अधिकारी को बताया जा रहा है। दो अन्य अधिकारियों के फोन बंद हो चुके हैं।
देश विदेश में आयोजित इनवेस्टर मीट में भी अधिकारी की थी अहम भूमिका
देश व विदेश से उद्योगों को हिमाचल प्रदेश लाने के लिए गठित हिमाचल प्रदेश इनवेस्टर सैल में भी बड़े अधिकारियों के साथ तिलक राज शर्मा शामिल थे। प्रदेश के लिए बड़े उद्योगों को निमंत्रण देने की जिम्मेदारी भी तिलक राज शर्मा पिछले कई वर्षों निभा रहे थे।
रघुवंशी हिमाचल के नहीं दिल्ली के कर्मचारी शिमला
उद्योग विभाग के अफसर के रिश्वत लेते पकड़े जाने के मामले में चर्चा में आए प्रेम रघुवंशी से हिमाचल प्रदेश सचिवालय कर्मचारियों ने कन्नी काट ली है। उनका कहना है कि रघुवंशी से हिमाचल कर्मचारियों का कोई लेना देना नहीं है। हिमाचल प्रदेश सचिवालय पीएस पीए एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश भारद्वाज ने कहा कि प्रेम रघुवंशी हिमाचल सचिवालय कैडर के कर्मचारी नहीं है। वह दिल्ली के कर्मचारी है। जिन्हें अस्थायी तौर
पर मुख्यमंत्री का ओएसडी लगाया गया है। इनका नाम हिमाचल से जोड़कर प्रदेश के कर्मचारियों को बदनाम न किया जाए।
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