कुर्सी नहीं बचा पाए कसौली छाबनी उपाध्यक्ष
संवाद सहयोगी, कसौली (सोलन) : कसौली छाबनी उपाध्यक्ष जसप्रीत सिंह के खिलाफ निर्वाचित वार्ड पार्षदों की
संवाद सहयोगी, कसौली (सोलन) : कसौली छाबनी उपाध्यक्ष जसप्रीत सिंह के खिलाफ निर्वाचित वार्ड पार्षदों की ओर से लाया गया अविश्वास प्रस्ताव फ्लोर टेस्ट पर पारित हो गया। इससे छावनी उपाध्यक्ष कुर्सी नहीं बचा पाए हैं।
शुक्रवार को आयोजित बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता नए छाबनी अध्यक्ष एवं स्टेशन कमांडर कसौली ब्रिगेडियर विक्रम शर्मा ने की। बैठक में छाबनी अध्यक्ष के रूप में उन्होंने शपथ ग्रहण की। मौजूदा छाबनी उपाध्यक्ष के खिलाफ छावनी परिषद के छह पार्षदों में से चार पार्षदों ने 22 फरवरी को हस्ताक्षरयुक्त अविश्वास प्रस्ताव छाबनी बोर्ड को सौंप दिया था। इसके लिए शुक्रवार को विशेष बोर्ड बैठक का आयोजन रखा गया था जिसमें सदस्यों द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया।
उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सौंपने वालों में वार्ड तीन के पार्षद देवेंद्र गुप्ता, वार्ड दो की पार्षद साक्षी शर्मा, वार्ड चार की पार्षद कृष्णा व वार्ड पाच के पार्षद राजीव भारती थे। वार्ड एक के पार्षद जसप्रीत सिंह मौजूद उपाध्यक्ष हैं और उनके साथ वार्ड छह के पार्षद नरेंद्र कुमार का साथ रहा। हालाकि 6 में से 4 पार्षदों के अविश्वास प्रस्ताव पत्र पर हस्ताक्षर होने के चलते उपाध्यक्ष की कुर्सी जाना लगभग तय माना जा रहा था। चार सदस्यों द्वारा लाया गया प्रस्ताव के फ्लोर टेस्ट के दौरान छाबनी अध्यक्ष ने सहमति जाननी चाहिए जिस पर चारों सदस्यों ने प्रस्ताव को पास करने के लिए सहमति दी। अविश्वास प्रस्ताव लाने वालों का बहुमत होने के कारण प्रस्ताव पास हो गया जिससे उपाध्यक्ष को कुर्सी से हटना पडा।
उपाध्यक्ष के कुर्सी से हटते ही नए चेहरे के लिए लोबिंग शुरू हो गई है। अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले चार सदस्यों में से ही किसी एक के इस कुर्सी पर बैठने के लिए समर्थन में हवा बनाने के लिए जोड़-तोड़ चल पड़ा है। जल्द इसके लिए छाबनी अध्यक्ष बैठक निर्धारित करेंगे।