नोटिस जारी होने पर 28 कारोबारियों ने चुकाया डेढ़ करोड़ टैक्स
समुद्र के जरिये विदेशी उत्पादों को आयात करने वाले करीब 28 कारोबारियों की चोरी को राज्य कर व आबकारी विभाग की शिमला स्थित टैक्स ऑडिट यूनिट ने उजागर किया है।
जेएनएन, सोलन। समुद्र के जरिये विदेशी उत्पादों को आयात करने वाले करीब 28 कारोबारियों की चोरी को राज्य कर व आबकारी विभाग की शिमला स्थित टैक्स ऑडिट यूनिट ने उजागर किया है। इस पूरी मुहिम के दौरान टीम ने करीब डेढ़ करोड़ रुपये की टैक्स चोरी को सरकार की नजर में लाया और उसे सरकार के खजाने में जमा करवाया है।
कस्टम विभाग से हिमाचल प्रदेश में आयात होने वाले सारी डिटेल को खंगाला गया और जांच में पाया गया कि करीब 90 कारोबारियों ने विदेश से कुछ वर्ष में सामान भारत मंगवाया है। इसमें से 2017 में करीब 40 कारोबारियों ने कोई सामान नहीं मंगवाया, लेकिन इस दौरान 18 कारोबारियों ने माल मंगवाया है, जिन्होंने जीएसटी कर अदा होने की जानकारी भी विभाग के पास जमा करवाई है। लेकिन शेष 28 कारोबारियों जीएसटी सरकार के खजाने में जमा नहीं करवाया था।
एक्साइज विभाग की ऑडिट टीम ने इन लोगों से पर्दा हटाया और सभी कारोबारियों को नोटिस जारी किए गए। नोटिस मिलने के फौरन बाद करीब सभी कारोबारियों ने सरकार के खजाने में यह टैक्स की रकम जमा करवा दी है।
बताया जा रहा है कि यह रकम करीब डेढ़ करोड़ की है, जो अब तक सरकार से छुपाई गई थी। विभाग के इस एक्शन से कारोबारियों में अब टैक्स चोरी के प्रति डर बढ़ा है। विभाग की इस कार्रवाई के बाद जहां सरकार में इसकी खूब चर्चा है। वहीं अब कारोबारियों में भी इस बात की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है।
टैक्स ऑडिट यूनिट के प्रभारी व संयुक्त आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी डॉ. सुनील कुमार ने कहा उन्होंने यह जानकारी कस्टम विभाग से प्राप्त की थी, इसके बाद हिमाचल में आयात किए गए माल का सारा रिकॉर्ड खंगााला और पाया की समुद्री जहाजों द्वारा ढुलाई पर अदा किए हुए भाड़े पर पाच फीसद वस्तु व सेवा कर देय होता है, वह नहीं दिया गया है। संयुक्त आयुक्त ने बताया अधिकतर कारोबारियों ने नोटिस के बाद से ही कर जमा करवा दिया है।