परवाणू व कालका में डेंगू के 19 नए मामले
परवाणू : परवाणू में डेंगू की रफ्तार पर लगाम लगाने में जिला स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन भी सकते में है।
संवाद सूत्र, परवाणू : परवाणू में डेंगू की रफ्तार पर लगाम लगाने में जिला स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन अब तक नाकाम साबित हो रहा है। सोमवार तक जहां डेंगू के 47 मामले सामने आए थे, वहीं वीरवार को इनकी संख्या अचानक बढ़ कर 92 पहुंच गई है। इससे अब समस्त परवाणू क्षेत्र में डेंगू का खौफ पैदा हो चुका है। हरियाणा और हिमाचल के सीमा क्षेत्र पर स्थित परवाणू में अधिकतर मामले कालका से आए हैं। कालका व परवाणू दोनों क्षेत्रों के लोगों पर डेंगू की मार पड़ी है। ईएसआइ अस्पताल में वीरवार को कुल 33 टेस्ट किए गए जिनमे 19 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें नौ मामले हरियाणा राज्य के कालका के हैं तथा चार मामले परवाणू सेक्टर दो के हैं। इसके अलावा सेक्टर एक उच्चा परवाणू से 2, धगड़ गाव से 1, टकसाल गाव से 2 व सेक्टर छह से 1 मरीज दर्ज किया गया है।
गौर हो को परवाणू में डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर सोलन उपायुक्त विनोद कुमार ने सोमवार को परवाणू व आसपास के इलाकों का दौरा कर डेंगू की रोकथाम व सफाई के लिए सख्त निर्देश दिए थे, जिनके चलते शहर में फॉगिंग व दवाइयों के छिड़काव का काम तेजी से किया जा रहा है। वहीं सहायक आयुक्त एसपी जसवाल स्वयं औचक निरीक्षण कर सफाई न रखने वालों के चालान भी कर रहे हैं।
हैरानी की बात तो यह है कि परवाणू में डेंगू के जितने भी मरीज दर्ज हुए हैं उनमें से अधिकतर पडोसी राज्य के कालका व आसपास के शहरों से हैं। इलाज के लिए आये मरीजों से जब पूछा गया कि वे कालका में अपना इलाज न करवा कर परवाणू में क्यों आ रहे हैं तो उनका कहना था कि कालका अस्पताल में डेंगू के लिए कोई व्यवस्था नहीं है और न ही इन मामलों को गंभीरता से लिया जा रहा है। हालाकि परवाणू ईएसआई अस्पताल में आए सभी मरीजों का समान इलाज किया जा रहा है, लेकिन दोनों राज्यों के मरीजों की संख्या मिलाने से परवाणू में डेंगू का कहर दोगुना नजर आता है, जिस से परवाणू के लोगों में जहां भय का माहौल है, वहीं इन आकड़ों से जिला प्रशासन भी हैरान व परेशान है।
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ईएसआइ अस्पताल परवाणू के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विनोद कपिल ने कहा कि मरीजों में बढ़ोतरी जरूर हुई है मगर इनमें ज्यादातर मरीज पडोसी राज्य से आ रहे हैं। वीरवार को कुल 33 टेस्ट किए गए जिनमें 19 मरीज पॉजीटिव पाए गए। इनमें भी अधिकतर मरीज कालका हरियाणा राज्य के हैं। अभी तक मरीजों की कुल संख्या में से करीब 38 मरीज कालका से दर्ज किए गए हैं। परवाणू के अधिकतर मामले स्लम एरिया से दर्ज हैं।
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डेंगू से बचाव के लिए ये करें :
चिकित्सकों ने परवाणू वासियों से अपील की है कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है, इसलिए अपने आस पास पानी जमा न होने दें व पानी के बर्तनों को ढक कर रखें। हर चार दिन बाद पानी को बदलें व इस्तेमाल करने के लिए उसका उपयोग कपडे़ से छानकर ही करें, बच्चों को पूरे कपडे़ पहनाएं व खुले अंगों पर एंटीमॉस्कीटो क्रीम व घर में एंटीमॉस्कीटो क्वाइल लगाकर अपना बचाव करें।