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शिक्षा हब में सप्लाई होनी थी हेरोइन

जागरण संवाददाता, सोलन : जिला मुख्यालय में भारतीय सेना के जवान के कब्जे से भारी मात्रा में पकड़ी गई हे

By Edited By: Published: Fri, 17 Oct 2014 07:09 PM (IST)Updated: Fri, 17 Oct 2014 07:09 PM (IST)
शिक्षा हब में सप्लाई होनी थी हेरोइन

जागरण संवाददाता, सोलन : जिला मुख्यालय में भारतीय सेना के जवान के कब्जे से भारी मात्रा में पकड़ी गई हेरोइन प्रदेश के शिक्षा हब के उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत छात्रों को सप्लाई होनी थी। 440 ग्राम इस महंगे नशे को चारों युवक मणिपुर के लिलौंग में एक नागा से खरीद कर लाए थे, जिसका सौदा यहां साढ़े 22 लाख में तय हुआ था। यह खुलासा आरोपियों से पूछताछ में हुआ है। उन्होंने बताया कि मोटे मुनाफे के चक्कर में यह सब किया गया। शुक्रवार को पुलिस ने चारों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 21 अक्टूबर तक रिमांड पर भेजा गया।

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वीरवार रात्रि सोलन सीआइडी की टीम प्रभारी वीरेंद्र चौहान के नेतृत्व में चंबाघाट में गश्त पर थी कि रेन शेल्टर से चार युवक संदिग्धावस्था में बाहर निकले। पूछताछ के दौरान मणिपुर में तैनात सेना का जवान मुकीबर रहमान अपने पेट को पकड़ने लगा, जिस पर पुलिस ने उसकी तलाशी ली। उससे प्लास्टिक के लिफाफे में बंद खाकी रंग का चूरा पाया। संदेह पर तुरंत टेस्ट किट मंगवाकर चेक किया तो यह पदार्थ हेरोइन निकला। इस पर सीआइडी ने चारों को काबू कर लिया। इस टीम में राज्य गुप्तचर शाखा के सब इंस्पेक्टर विजय कुमार, मुख्य आरक्षी राजकुमार व अशोक और सिपाही राकेश शामिल थे।

इस मामले के सामने आने के बाद साफ हो गया है कि सोलन में खुले निजी विवि व उच्च शिक्षण संस्थान में पढ़ने वाले छात्र अब इस महगे नशे की ओर आकर्षित हो रहे हैं। इसके लिए बड़े पैमाने पर चरस व अफीम को छोड़ हेराइन व स्मैक जैसे केमिकल सप्लाई हो रहे हैं। जाच में यह खुलासा हुआ है कि इस योजना में उनके साथी वारिस अहमद का बड़ा रोल है, जो सोलन में लंबे समय से रह रहा था। वह माल रोड पर वस्त्रों की दुकान व कुछ समय तक किताबों की दुकान में भी कार्य कर चुका है। इसी युवक के कहने पर उसके साथी मणिपुर से हेरोइन लेकर सोलन पहुंचे। इसके लिए पहले ही किसी पार्टी के साथ साढ़े 22 लाख रुपये में सौदा भी कर रखा था। इनमें मोहम्मद सफवान खान और सलाहर भी शामिल हैं। यह सभी लोग मणिपुर के लिलौंग गांव से बताए जाते हैं, जो आपस में रिश्तेदार ही हैं। इनमें से सेना का जवान कई दिन से छुट्टी पर था। उन्हें सोलन सीआइडी ने डील पूरी होने से पहले ही धर लिया।


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