मौसम की अनिश्चितता बरकरार, बारिश व ओलावृष्टिï की संभावना
राज्य में चार दिन से हो रही बारिश के बाद राज्य के अधिकतम तापमान लुढ़ककर 32 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।
शिमला, जेएनएन। प्रदेश में अभी मौसम की अनिश्चितता बरकरार है। राज्य के ऊंचाई वाले कुछ क्षेत्रों में बारिश हो रही है तो मैदानी क्षेत्रों में धूप खिलने से तापमान में बढ़ोतरी का क्रम जारी हो गया है। बुधवार को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में धूप खिली रही, जिससे प्रदेश के अधिकतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि न्यूनतम तापमान में भी खासा उछाल आया है।
हालांकि बुधवार को भी राज्य के कुछ क्षेत्रों में बारिश रिकॉर्ड की गई है, जिसमें भुंतर में 4, कोठी 3, कुमारसैन में एक मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। राज्य में चार दिन से हो रही बारिश के बाद राज्य के अधिकतम तापमान लुढ़ककर 32 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। बुधवार को एक दिन की धूप ने तापमान को फिर से 36.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा दिया है, जिससे राज्य के मैदानी क्षेत्रों में फिर से गर्मी पडऩे लगी है।
मौसम विभाग की मानें तो राज्य के मैदानी व कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में वीरवार को कुछ स्थानों पर तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि होने की संभावना है, जिससे राज्य के अधिकतम व न्यूनतम तापमान में फिर गिरावट आ सकती है। 21 अप्रैल तक राज्य में मौसम की अनिश्चितता बरकरार रहेगी। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अधिकतम तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान में भी 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है। बुधवार को प्रदेश में अधिकतम तापमान ऊना में 36.7 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान केलंग में 0.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
बर्फीले तूफान से 18 घंटे बंद रहा रोहतांग दर्रा
बर्फबारी के बाद अब हवा और तूफान रोहतांग दर्रे में राहगीरों के लिए परेशानी का कारण बन गया है। बीआरओ ने रोहतांग दर्रे को बहाल कर दिया है, लेकिन लगातार चल रही हवा व तूफान से बर्फ सड़क पर एकत्रित हो रही। इससे दर्रे में वाहनों की आवाजाही बंद हो रही है। मंगलवार दोपहर बाद रोहतांग दर्रे में हल्की बर्फबारी के साथ तेज हवाएं चली, जिससे शाम 8 बजे दर्रे पर वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो गई। वाहन चालकों ने बताया कि मौसम के खुलते ही रात के समय दर्रे पर तेज हवाएं चलने लगी। जिससे सड़क पर बर्फ के ढेर लग गए। बुधवार को बीआरओ ने दोपहर बाद दो बजे के करीब यातायात फिर से बहाल कर दिया है। बचाव चौकी कोकसर और बचाव चौकी मढ़ी की मदद से लगभग 150 वाहनों को रोहतांग दर्रे से आरपार करवाए गए।