चूड़धार में लापता हुए दो ट्रैकर, परिजनों ने दिल्ली से हेलीकॉप्टर भेज निकाले
उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश के लाखों श्रद्धालुओं की आस्था की प्रतीक चूड़धार चोटी की ट्रैकिग के दौरान सोमवार दोपहर बाद से दो ट्रैकर्स लापता हो गये। ट्रैकर्स ने गुगल लोकेशन के माध्यम से सिरमौर पुलिस को रेस्क्यू का आग्रह किया। जिला सिरमौर पुलिस प्रशासन ने सूचना मिलते ही सोमवार रात को नौहराधार कुपवी व चौपाल से पुलिस व वन विभाग की टीमें ट्रैकर्स को तलाशने के लिए रवाना हुई है। मंगलवार दोपहर बाद तक जब दोनों ट्रैकर्स को तक रेस्क्यू टीमें नहीं पंहुची तो रितेश कुमार पुत्र रत्न लाल निवासी देवास जिला इंदौर मध्य प्रदेश ने अपने परिजनों को चूड़धार चोटी पर लापता होने की सूचना दी। जिस पर रितेश के भाई देवेंद्र कुमार ने दिल्
जागरण संवाददाता, नाहन : उत्तराखंड व हिमाचल की सीमा पर सिरमौर जिले की चूड़धार चोटी पर सोमवार दोपहर दो ट्रैकर्स लापता हो गए, जिन्हें मंगलवार सायं परिजनों ने हेलीकॉप्टर भेज निकाल लिया। ट्रैकर्स ने मोबाइल फोन पर गूगल लोकेशन भेज सिरमौर पुलिस से मदद मांगी थी। सूचना मिलते ही सोमवार रात को नौहराधार, कुपवी व चौपाल से पुलिस व वन विभाग की टीमें रवाना हुई।
मंगलवार दोपहर तक दोनों लापता टै्रकर्स तक टीमें नहीं पहुंची तो रितेश कुमार पुत्र रत्न लाल निवासी देवास, जिला इंदौर मध्य प्रदेश ने परिजनों को चूड़धार चोटी पर लापता होने की सूचना दी। रितेश के भाई देवेंद्र कुमार ने दिल्ली की एक कंपनी का हेलीकॉप्टर देहरादून से चूड़धार के लिए भेजा। हेलीकॉप्टर ने चूड़धार चोटी पर पंहुच कर दोनों ट्रैकर्स को रेस्क्यू किया। पायलट ने गूगल लोकेशन के आधार पर दोनों को चूड़धार चोटी के समीप उचैन नामक स्थान से रेस्क्यू किया।
संगड़ाह पुलिस के अनुसार जिला सोलन के बद्दी स्थित उद्योग में काम करने वाले 31 वर्षीय युवक रितेश व उसकी दोस्त 27 वर्षीय हिमांशी शर्मा पुत्री नरेंद्र शर्मा निवासी लुधियाना, पंजाब सोमवार सुबह चूड़धार चोटी पर ट्रैकिंग के लिए निकले थे। दोनों ने नौहराधार बेस कैंप से सोमवार सुबह ट्रैकिग शुरू की थी और सोमवार दोपहर बाद चूड़धार चोटी का रास्ता भटक गए। इसके बाद सिरमौर पुलिस से सहायता मांगी। रितेश के भाई देवेंद्र ने बताया कि दोनों देहरादून में स्वास्थय जांच के बाद बद्दी के लिए रवाना होंगे।
तूफान ने रोके टीम के कदम
मंगलवार को नौहराधार व चूड़धार क्षेत्र में भारी तूफान व हल्की बर्फबारी हुई। बर्फबारी के चलते रेस्क्यू टीम को ट्रैकर्स तक पंहुचने में भारी परेशानियां का सामना करना पड़ा। चूड़धार चोटी पर कई वर्षो बाद रिकॉर्ड तोड़ बर्फबारी हुई है।
बहाल नहीं हुई है यात्रा
इस साल चूड़धार यात्रा को जिला प्रशासन द्वारा बहाल नहीं किया गया है। बावजूद इसके युवाओं के साथ-साथ अन्य लोग भी चढ़ाई कर रहे हैं। सवाल यह कि जब चोटी पर बर्फ मौजूद है तो जिला प्रशासन द्वारा ट्रैकर्स को चोटी पर जाने से क्यों नहीं रोका जा रहा है। कुछ ही दूरी पर थी पुलिस की टीम
हमने ही हेलीकॉप्टर के पायलट को लापता ट्रैकर्स की लोकेशन बताई थी और हमारी एक टीम उनसे कुछ ही दूरी पर थी। इसी दौरान उन्हें चौपर ने रेस्क्यू किया। हमारी तीनों टीमें लौट रही है।
-जीतराम, एचएसओ, संगड़ाह पुलिस थाना।