2025 तक हरित ऊर्जा राज्य के रूप में विकसित होगा हिमाचल प्रदेश : सुखराम चौधरी
2025 तक हिमाचल प्रदेश देश के पहले हरित ऊर्जा राज्य के रूप में विक
जागरण संवाददाता, नाहन : 2025 तक हिमाचल प्रदेश देश के पहले हरित ऊर्जा राज्य के रूप में विकसित होगा। यह जानकारी सोमवार को बहुउद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने पांवटा साहिब में आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित ''उज्ज्वल भारत, उज्ज्वल भविष्य, पावर/2047'' के जिलास्तरीय बिजली महोत्सव समारोह की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने बताया कि बिजली महोत्सव का मुख्य उद्देश्य केंद्र तथा प्रदेश सरकार की ऊर्जा के क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना है। ताकि अंतिम छोर तक पात्र लोग इसका लाभ उठा सकें।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार से 3600 करोड़ की राशि स्वीकृत हुई है। प्रदेश सरकार द्वारा बिजली उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करते हुए 125 यूनिट तक खपत करने पर जीरो बिल जारी किया जाएगा, जिससे प्रदेश के 14 लाख उपभोक्ताओं को लाभ होगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 70,000 लकड़ी के पोल थे। जिनमें से 60 हजार बदल दिए गए हैं और शेष 10,000 पोल को मार्च 2023 तक बदल दिया जाएगा।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जल विद्युत उत्पादन क्षमता 25 हजार मेगावाट है, जो देश की कुल जल बिजली क्षमता का लगभग 17 प्रतिशत है, जिसमें से लगभग 11 हजार मेगावाट का दोहन किया गया है। जो देश की अब तक की कुल जल विद्युत का 23.24 प्रतिशत है। हिमाचल प्रदेश 100 प्रतिशत विद्युतीकृत है और राज्य ने 20 जनवरी 2022 को अपनी स्वर्ण जयंती ऊर्जा नीति-2021 भी अधिसूचित की है। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्मार्ट सिटी शिमला तथा धर्मशाला में विद्युत सु²ढिकरण के ²ष्टिगत 1,50,000 स्मार्ट मिटर लगा दिए गए हैं। पांवटा विद्युत मण्डल में विद्युत सु²ढ़ीकरण एवं लो वोल्टेज की समस्या के निराकरण हेतु 152 ट्रांसफॉर्मर स्थापित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त 100 ट्रांसफॉर्मर की स्वीकृति प्राप्त हो गई है। ऊर्जा मंत्री ने बताया कि जिला सिरमौर में विद्युत विभाग द्वारा पांवटा साहिब में 8 करोड़ 64 लाख की राशी से सब-डिवीजन, लगभग 9 करोड़ से जगतपुर जोहड़ो में सब स्टेशन स्थापित करने के अतिरिक्त, लगभग 10 करोड़ की लागत से नगेता में सब स्टेशन तथा लगभग 125 करोड़ रुपए की लागत से 220/132 केवी सब स्टेशन काला अम्ब का कार्य प्रगति पर है।
कार्यक्रम में विद्युत क्षेत्र में उपलब्धि्यों को दर्शाति सात लघु फिल्में दिखाई गई। इस अवसर पर उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम ने कहा कि ऊर्जा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण भी आवश्यक है। उन्होंने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत जिला में पानी से संरक्षण हेतु 75 अमृत सरोवर विभिन्न स्थानों पर बनाए जा रहे हैं। ताकि जरूरत पडने पर उसका इसतेमाल विभिन्न कार्यों के लिए किया जा सके। जिला सिरमौर के अधीक्षण अभियंता एवं नोडल अधिकारी दर्शन सिंह ने कार्यक्रम में बिजली बोर्ड की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।