इंडियन टेक्नोमेक घोटाले में एक और गिरफ्तारी
हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित कर-कर्ज घोटाले में सीआईडी की टीम ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। सीआईडी की टीम ने कालाअंब से इंडियन टेक्नोमेक कंपनी में सीनियर इलेक्ट्रिकल मैनेजर रहे प्रदीप कुमार निवासी उडीसा को गिरफ्तार किया है। बता दें कि 6000 करोड़ के कर-कर्•ा घोटाले में इंडियन टेक्नोमेक कंपनी ने बिजली बोर्ड को भी करीब 5 करोड़ का चूना लगाया है। आबकारी एवं कराधान विभाग ने वर्ष 2014 में जब इंडियन टेक्नोमेक कंपनी को सीज किया था। तो बिजली बोर्ड ने भी 5 करोड़ के बिल के घोटाले के संदर्भ में पुलिस में मामला दर्ज करवाया था। सीआईडी ने मामले में कार्रवाई करते हुए
जागरण संवाददाता, नाहन : हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित कर-कर्ज घोटाले में एक और आरोपित की गिरफ्तारी हुई है। सोमवार को क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट (सीआइडी) की टीम ने कालाअंब में इंडियन टेक्नोमेक कंपनी में सीनियर इलेक्ट्रिकल मैनेजर रहे प्रदीप कुमार निवासी ओडिशा को गिरफ्तार किया। 6000 करोड़ रुपये के कर-कर्ज घोटाले में कंपनी ने बिजली बोर्ड को भी पांच करोड़ का चूना लगाया है।
आबकारी एवं कराधान विभाग ने 2014 में जब इंडियन टेक्नोमेक कंपनी को सीज किया था तो बिजली बोर्ड ने भी पांच करोड़ के बिल घोटाले के संदर्भ में पुलिस में मामला दर्ज करवाया था। सीआइडी ने मामले में कार्रवाई करते हुए इंडियन टेक्नोमेक कंपनी में तत्कालीन सीनियर इलेक्ट्रिकल मैनेजर प्रदीप कुमार को औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब के एक उद्योग से गिरफ्तार किया है। प्रदीप ने इंडियन टेक्नोमेक कंपनी में सीनियर इलेक्ट्रिकल मैनेजर रहते हुए बिजली बोर्ड को फर्जी रीयल टाइम ग्रोस स्टेटमेंट (आरटीजीएस) दिखाकर करीब पांच करोड़ रुपये के बिजली भुगतान का चूना लगाया। सीआइडी ने टीम को बिजली बोर्ड के पांच करोड़ के घोटाले में देश के दूसरे राज्यों में भेजा है। जहां से जल्द ही और गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है। आरोपित से पूछताछ के बाद अब बिजली बोर्ड के कई अधिकारियों से पूछताछ हो सकती है। यदि सीआइडी को बिजली बिल घोटाले में बोर्ड के अधिकारियों की मिलीभगत के सुबूत मिले, तो जल्द ही बोर्ड के अधिकारियों पर भी शिकंजा कसा जाएगा। इस मामले में अब तक 12 गिरफ्तारियां हो चुकी है। सीआइडी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम विरेंद्र कालिया ने प्रदीप कुमार की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।