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भाईचारे की मिसाल: मुस्लिम समुदाय ने ताजिया निकालने से पहले श्री जगन्नाथ मंदिर में नवाया शीश

मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मुहर्रम पर ताजिया निकालने से पहले बड़ा चौक स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर में पहुंच हिंदुओं को श्रीवामन द्वादशी की बधाई दी और शीश नवाया।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Wed, 11 Sep 2019 11:35 AM (IST)Updated: Wed, 11 Sep 2019 11:40 AM (IST)
भाईचारे की मिसाल: मुस्लिम समुदाय ने ताजिया निकालने से पहले श्री जगन्नाथ मंदिर में नवाया शीश
भाईचारे की मिसाल: मुस्लिम समुदाय ने ताजिया निकालने से पहले श्री जगन्नाथ मंदिर में नवाया शीश

नाहन, जेएनएन। जिला मुख्यालय नाहन में मंगलवार को मुहर्रम व श्रीवामन द्वादशी पर्व पर हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल देखने को मिली। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मुहर्रम पर ताजिया निकालने से पहले बड़ा चौक स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर में पहुंच हिंदुओं को श्रीवामन द्वादशी की बधाई दी और शीश नवाया। इसे बाद हिंदू भी ताजिया में शामिल हुए। करीब 40 साल बाद दोनों पर्व एक साथ आए हैं। करीब 11 बजे मुस्लिम समुदाय के 60 लोग भगवान जगन्नाथ मंदिर पहुंचे। उन्होंने फल, प्रसाद व मिठाइयां भी बांटी। प्रशासन की ओर से तहसीलदार नारायण ङ्क्षसह चौहान ने मुस्लिम समुदाय के लोगों का फूल माला पहनाकर स्वागत किया। तहसीलदार ने उनका आभार जताते हुए कहा कि नाहन शहर में सांप्रदायिक सद्भावना देशभर में मिसाल होती है।

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पिछले साल भी मंदिर में आए थे मुस्लिम

गत वर्ष भी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भगवान जगन्नाथ मंदिर में शीश नवाया था और ङ्क्षहदू ताजिए के जुलूस में शामिल हुए।

हर पर्व एक साथ

होली, दीपावली, दशहरा व अन्य पर्वों पर भी मुस्लिम समुदाय के लोग ङ्क्षहदुओं को बधाई व शुभकामनाएं देने आते हैं। ङ्क्षहदू भी ईद पर मुस्लिम समुदाय को बधाई देने उनके घर जाते हैं। हिमाचल मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी के प्रदेश अध्यक्ष नसीम मोहम्मद ने बताया कि मुहर्रम पर्व हजरत इमाम हुसैन की शहादत में मनाया जाता है। आपसी भाईचारे का पैगाम मुहर्रम में मिलता है।

शहर में निकाले चार ताजिए

नाहन शहर में सोमवार रात को शहर में चार ताजिये निकाले गए। मंगलवार को गुन्नूघाट से पहला ताजिया हरिपुर पहुंचा। यहां इसमें दूसरा ताजिया शामिल हुआ। रानीताल मोहल्ला का तीसरा ताजिया जुलूस में शामिल हुआ। रानीताल से जुलूस बढ़ता हुआ कच्चा टैंक पहुंचा। जहां चौथा ताजिया  जुलूस में शामिल हुआ। प्रशासन की ओर से तहसीलदार नाहन के अलावा जगन्नाथ मंदिर कमेटी के सदस्य प्रकाश बंसल आदि ङ्क्षहदू समुदाय के लोग इसमें शामिल हुए।

पालकियां व ताजिया एक साथ पहुंचे पक्का तालाब

श्री वामन भगवान की शोभायात्रा जगन्नाथ मंदिर से शुरू होकर शाम को पक्का तालाब में पहुंची। उसी समय ताजिया का जुलूस निकाला गया। शहर के मंदिरों से देव पालकियां पक्का टैंक के किनारे पहुंचती है। यहां पर भगवान वामन की मूर्ति को नौका विहार करवाया गया। शाम के वक्त ही मुहर्रम पर ताजिया का जुलूस निकाला जाता है। इस मौके पर शहर की हरिपुर मोहल्ला, रानीताल, गुन्नुघाट व कच्चा टैंक से ताजिया कमेटी के प्रधान, शकील अहमद, सलीम अहमद, सलामदीन, लियाकत अली, शाहिद, जावेद, इंब्रोज, आरिफ, अरशद सहित जगन्नाथ रथ यात्रा कमेटी के प्रधान प्रकाश बंसल मौजूद रहे।


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