सिरमौर जिले में बागी बिगाड़ेंगे खेल
राजन पुंडीर नाहन सिरमौर जिले में भाजपा और कांग्रेस के नेता जिला परिषद चुनाव के लिए अभी से पू
राजन पुंडीर, नाहन
सिरमौर जिले में भाजपा और कांग्रेस के नेता जिला परिषद चुनाव के लिए अभी से पूरी रणनीति के साथ जुट गए हैं। दोनों ही पार्टियां जिला परिषद सिरमौर की कुर्सी पर इस बार अपना प्रतिनिधि देखना चाहती हैं। मगर दोनों दलों के बागियों ने भी निर्दलीय नामांकन दाखिल किया है। ऐसे में वे पार्टी समर्थित प्रत्याशियों का खेल बिगाड़ सकते हैं।
पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के चार जिला परिषद वार्डो के लिए 15 उम्मीदवार मैदान में हैं। चारों ही वार्डो से भाजपा से नाराज लोगों ने नामांकन भरकर भाजपा समर्थित प्रत्याशियों के लिए चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। सोमवार को नामांकन पत्रों की जांच के बाद सभी नामांकन पत्र सही पाए गए हैं। हालांकि अभी नाम वापसी के बाद ही असली तस्वीर साफ होगी। राजगढ़ उपमंडल के शिलांजी जिला परिषद वार्ड में तीन वकील कांग्रेस समर्थित महिला उम्मीदवार को टक्कर दे रहे हैं। भाजपा से नाराज निर्दलीय अधिवक्ता कंवर प्रदीप सिंह, भाजपा समर्थित प्रत्याशी अधिवक्ता सतीश ठाकुर तथा अधिवक्ता नरेश कुमार भी निर्दलीय नामांकन भर कर कांग्रेस समर्थित परीक्षा चौहान को चुनौती दे रहे हैं।
देवठी मझगांव जिला परिषद वार्ड से भाजपा से नाराज निर्दलीय प्रत्याशी निहाल राफटा, कांग्रेस समर्थित विनय भागनाल व भाजपा समर्थित सुनील ठाकुर में मुकाबला है। वहीं पच्छाद उपमंडल की नारग उपतहसील जिला परिषद वार्ड से कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी आनद परमार को भाजपा समर्थित सुभाष शर्मा टक्कर दे रहे हैं। यहां कांग्रेस व भाजपा से नाराज निर्दलीय प्रत्याशी पूर्व सैनिक नरवीर ठाकुर भी इनके समीकरण बिगाड़ने के लिए मैदान में डट गए हैं। जबकि यहां से रंगीराम भट्टी भी मैदान में हैं।
वहीं बाग पशोग जिला परिषद वार्ड से त्रिकोणीय मुकाबले के आसार बन रहे हैं। बाग पशोग वार्ड से कांग्रेस ने जहां डिलमन पंचायत की निवर्तमान प्रधान पूनम ठाकुर को मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा ने पूर्व जिला परिषद सदस्य रहीं ललिता शर्मा को फिर समर्थित प्रत्याशी बनाया है। यहां पर भाजपा से नाराज निर्दलीय नीलम शर्मा दोनों के समीकरण बिगाड़ सकती हैं। यहां पर त्रिकोणीय मुकाबले के आसार बन रहे हैं।
पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप की प्रतिष्ठा भी इन चारों वार्डो की जीत-हार से दांव पर लगी है। चारों वार्डो में निर्दलीय प्रत्याशी भाजपा को नुकसान पहुंचा सकते हैं।