250 किसानों ने सीखी शून्य लागत प्राकृतिक खेती
पांवटा विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत निहालगढ़ के गांव कांशीपुर में कृषि विभाग द्वारा शुन्य लागत प्राकृतिक खेती पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, नाहन : ग्राम पंचायत निहालगढ़ के गांव कांशीपुर में कृषि विभाग ने शून्य लागत प्राकृतिक खेती पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। शिविर में 250 से अधिक किसानों ने भाग लिया। इसकी अध्यक्षता पांवटा विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुखराम चौधरी ने की। सुखराम चौधरी ने किसानों से आग्रह किया कि वे शून्य लागत प्राकृतिक खेती को अपनाएं। जिन किसानों ने शून्य लागत प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण लिया है, वे कृषि वैज्ञानिकों से कम नहीं हैं, क्योंकि उन्हें देखकर और उनसे सीखकर अन्य किसान भी इसे अपनाएंगे। प्रदेश सरकार द्वारा शून्य लागत प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। देसी नस्ल की गाय की खरीद पर सबसिडी दी जा रही है। उन्होंने शून्य लागत प्राकृतिक खेती के प्रोत्साहन के लिए 25 करोड़ के बजट का प्रावधान के लिए राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार व्यक्त किया।
सुखराम चौधरी ने कहा कि हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के तहत प्रदेश में एक लाख 18 हजार पात्र महिलाओं को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन वितरित किए हैं। कार्यकारी निदेशक डॉ. राजेश्वर सिंह ने बताया कि माह दिसंबर तक प्रदेश के 2547 किसानों ने 197 हेक्टयर भूमि पर शून्य लागत प्राकृतिक खेती आरंभ कर दी है। परियोजना निदेशक आत्मा डॉ. राजेश कौशिक ने शिविर में जिला सिरमौर के सभी छह विकास खंडों के 250 से अधिक किसानों ने भाग लिया। उन्होंने जहर मुक्त प्राकृतिक खेती के पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब हिमाचल में हर किसान की आमदनी दोगुनी होगी।