महिला वन एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति सम्मानित
पिछले 25 वर्षों से बिना किसी स्वार्थ के पर्यावरण संरक्षण में जुटी महिला वन एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति अंबोया की सदस्यों को जिला प्रशासन ने दो दशकों बाद सम्मानित किया। 15 अगस्त को महिला वन एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति की सदस्यों को पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने के लिए मुख्य अतिथि डॉ. राजीव सैजल द्वारा पुरूस्कृत कर सम्मानित किया। बता दें कि दैनिक जागरण ने 11 अगस्त के अंक में स्वतंत्रता के सारथी - हरियाली से रास्ता कॉलम के तहत निरक्षरों ने रोपा सीख का पौधा शीर्षक नामक समाचार प्रकाशित किया था। जिस पर उपायुक्त सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने कड़ा संज्ञान लेते हुए वन
राजन पुंडीर, नाहन
25 वर्षो से बिना किसी स्वार्थ के पर्यावरण संरक्षण में जुटी महिला वन एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति अंबोया की सदस्यों को अब जिला प्रशासन ने सम्मानित किया है। 15 अगस्त को महिला वन एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति की सदस्यों को पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने के लिए मुख्य अतिथि डॉ. राजीव सैजल ने सम्मानित किया। बता दें कि दैनिक जागरण ने 11 अगस्त के अंक में स्वतंत्रता के सारथी -हरियाली से रास्ता कॉलम के तहत 'निरक्षरों ने रोपा सीख का पौधा' शीर्षक नामक समाचार प्रकाशित किया था। जिस पर उपायुक्त सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने कड़ा संज्ञान लेते हुए वन एवं पर्यावरण समिति को 15 अगस्त पर सम्मानित करने का निर्णय लिया। समाचार में इन महिलाओं ने अपना दर्द बताया था कि पिछले 25 वर्षों में जिला प्रशासन की अनदेखी की और इन्हें इनके कार्यो को देखते आज तक कभी भी सम्मानित नहीं किया गया था। जिस पर उपायुक्त सिरमौर डॉ. आरके परूथी जिला के लिए महत्वपूर्ण कार्य करने वाले 55 लोगों को सम्मानित करने का निर्णय लिया था, जिसमें वन एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति अंबोया को शामिल किया गया। इसके लिए महिला वन सुरक्षा समिति की अध्यक्ष कमला देवी व महासचिव सुमित्रा देवी ने दैनिक जागरण का आभार प्रकट किया कि उनके कार्य को अपने समाचार पत्र में स्थान दिया। जिस पर जिला प्रशासन ने उन्हें पुरस्कार के लिए पहली बार बुलाया। समिति की निरक्षरों महिलाओं ने 25 वर्षों में अंबोया रिजर्व फॉरेस्ट में एक लाख से अधिक पौधों का रोपण कर एक बड़ा जंगल तैयार किया है, जोकि प्रदेश में एक मिसाल कायम हुई है। पिछले 25 वर्षों से इन अनपढ़ महिलाओं द्वारा रोपे जा रहे पौधे अब एक बड़े जंगल बनकर तैयार हो चुके हैं, इसमें कई औषधीय पौधे व फलदार पौधे भी शामिल हैं।
इन्हें भी मिला सम्मान
सैजल ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 55 विभूतियों को सम्मानित किया। जिनमें नायक गुलजार मोहम्मद, एनएसजी कमाडों विवेक ठाकुर, प्रतिनिधि बालासुंदरी गौशाला नाहन, गोकुल धाम गौशाला टोकियों, दुग्धलेश्वर गौ सेवा संस्थान बहराल, पांवटा गौ सदन, एसीसी केडिट काजल, नायक दिनेश कुमार, आयुर्वेद फार्मासिस्ट विरेन्द्र ंसिंह, विद्युत विभाग के फॉरमेन जगमोहन सिंह, यूसूफ अली, बाबू राम, एचआरटीसी चालक प्रेमदास, बस कन्डकटर ईश्वर चंद, प्रवक्ता वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला अंबोया सुदेश तोमर, आंगनबाडी कार्यकर्ता नीशू, कांता देवी, अनुराधा, पुलिस निरीक्षक ममता, विजय कुमार, हेड कॉसटेबल जगपाल सिंह, अनील, अमित, संदीप ठाकुर, अमरेन्द्र सिंह तथा मोहन देसाई, सिपाही यातायात नियन्त्रण हंसराज, राजीव, बलबीर, किशोर, विक्रम, सुखवीर, कुलदीप, चमन लाल, विशाल शर्मा, ललित, संजय, विशाल अर्जुन, अजय, नरेन्द्र, राजेश, रविन्द्र सिंह, कुमारी प्रियका, किशन कुमार, कामेश्वर, सिचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के बेलदार भूप ंसिंह, वीर बहादुर, वन विभाग के फोरेस्ट गार्ड नायब सिंह तथा महिला वन एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति अंबोया, नगर परिषद नाहन के सफाई कर्मचारी संजय कुमार, अशोक कुमार, डाटा ऑपरेटर मोनिका तथा सानिया अंसारी को जिला प्रशासन की ओर से सम्मानित किया सम्मानित किया गया।