चोर रास्तों से हिमाचल पहुंच रहा नशा
राजन पुंडीर, नाहन सिरमौर जिला का पावटा साहिब शहर अब नशे का अड्डा बन चुका है। इसके
राजन पुंडीर, नाहन
सिरमौर जिला का पावटा साहिब शहर अब नशे का अड्डा बन चुका है। इसके कारण शहर में आपराधिक घटनाएं भी बढ़ी हैं। नशा न मिलने पर युवा आत्महत्या जैसा कदम भी उठा रहे हैं। साल में उपमंडल में 12 से अधिक युवाओं ने आत्महत्या कर ली है। इसका कारण नशे की डोज न मिलना पाया गया है।
हालांकि नशे के खिलाफ पुलिस ने जागरूकता अभियान भी चलाया है पर जिला सिरमौर में यह सफल नहीं हो पाया है। पुलिस के हाथ नशा बेचने वाली बड़ी मछलियों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। पुलिस सिर्फ छोटे सप्लायरों को ही पकड़ पाती है। इनमें कुछ रेहड़ी वाले व दुकानदार शामिल हैं। मगर जो अन्य राज्यों से पावटा साहिब में नशे की खेप सप्लाई कर रहे हैं वे पुलिस की पहुंच से बाहर हैं। पावटा साहिब की सीमा तीन राज्यों हरियाणा, उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश से लगती है। यहां नशे की खेप उत्तर प्रदेश व हरियाणा से भारी मात्रा में चोर रास्तों से पहुंच रही है। पावटा साहिब में नशीले कैप्सूल, चरस, गाजा, समेक व चूरापोस्त भारी मात्रा में आए दिन पहुंचता है। फिर रेहड़ी वाले व छोटे दुकानदारों द्वारा नशे के आदी बन चुके युवाओं को इसे बेचा जा रहा है। जब युवक नशे के लिए धनराशि देने में असमर्थ हो जाता है तो वह आत्महत्या का कदम उठाता है।
मार्च 2017 में पावटा साहिब में यमुना नदी के किनारे एक शव मिला था। पुलिस द्वारा शव का पोस्टमार्टम करवाया गया तो पता चला कि रविंद्र वार्ड नंबर नौ निवासी नशे का आदी था। 1 जून 2017 को पावटा के गोदपुर निवासी कर्मजीत सिंह का नशा न मिलने के कारण हार्ट फेल हो गया। 27 जून 2017 को पावटा साहिब के बागरण चौक के नजदीक पुरुवाला में एक दुकान के आगे बने शेड में एक युवक का शव मिला था। शव के पास पुलिस को नशे के इंजेक्शन व सीरिंज मिली थीं। विक्रांत उर्फ विक्की की मौत नशे की ओवर डोस की वजह से ही हुई थी। 7 जुलाई 2018 को खोदरी माजरी के जंगल में एक व्यक्ति का शव मिला था। शव के पास से दवाई की डिब्बी व एक शराब की बोतल मिली थी। 4 अगस्त 2018 को पावटा साहिब के बद्री नगर कि अमर कॉलोनी में किराये के मकान में रहने वाले नशे के आदि युवक पंकज गोस्वामी पुत्र बिशन सिंह ने नशा न मिलने पर फंदा लगा लिया था। 22 अगस्त को पावटा साहिब के भूपपुर में नशे के आदी एक 24 वर्षीय युवक ने फंदा लगाकर जान दे दी थी। ये तो वे मामले हैं जो पुलिस तक पंहुचे, आत्महत्या के कई ऐसी मामले भी जो परिजनों द्वारा दबा दिए जाते हैं।
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नशे के खिलाफ सिरमौर पुलिस ने लगातार अभियान चलाया है। दिन रात नाके लगाकर व गुप्त सूचनाओं के आधार पर नशा तस्करों को पकड़ा जा रहा है। एक वर्ष के दौरान नशे के कई सप्लायरों को पुलिस ने पकड़ा है। नशा तस्करों को पकड़ने की मुहिम लगातार जारी है।
-रोहित मालपानी, पुलिस अधीक्षक सिरमौर।