नागपुर में दिखी हिमाचल की संस्कृति
महाराष्ट्र की ऑरेंज सिटी नागपुर में आयोजित क्राफ्ट मेले में लोक नृत्य
संवाद सूत्र, राजगढ़ : महाराष्ट्र की ऑरेंज सिटी नागपुर में आयोजित क्राफ्ट मेले में लोक नृत्य समारोह में आसरा संस्था जालग के कलाकारों ने हिमाचल प्रदेश के पारंपरिक लोक नृत्यों की शानदार प्रस्तुति दी। संस्कृति मंत्रालय के दक्षिण मध्य क्षेत्रिय सांस्कृतिक केंद्र नागपुर द्वारा उक्त उत्सव का आयोजन करवाया गया था। नागपुर में बीते 25 वर्ष से ऐतिहासिक सांस्कृतिक मेले का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देशभर के विभिन्न राज्यों की संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। राजगढ़ क्षेत्र की आसरा संस्था के प्रभारी गोपाल सिंह ने बताया कि चार दिवसीय मेले में देश के 16 राज्यों से आए लगभग 300 लोक कलाकारों के साथ सिरमौर के आसरा संस्था के लोक कलाकारों ने भी भाग लिया। प्रदेश के कलाकारों ने हिमाचल की धरोहर वर्षभर में मौसम के अनुसार गाए जाने वाले लोक गीतों व नृत्यों की पारंपरिक विधाओं की प्रस्तुति दी। साथ ही सांस्कृतिक समारोह में जिला सिरमौर व प्रदेश की संस्कृति की अलग पहचान बनाई। समारोह में मध्य प्रदेश का भगौरिया नृत्य, छत्तीसगढ़ का ककसार, कर्नाटक का ढोलु कुणीता, जम्मू-कश्मीर का रूफ, ओडिसा का गुबकुडू व सांढा नृत्य, उत्तर प्रदेश का मयूर, त्रिपुरा का हौजागिरी, आंध्र प्रदेश का थपेटा गुल्लू, गुजरात का सिद्दी धमाल, हरियाणा का घुमर, फाग व बीन जोगी, मेघालय का वागला, पंजाब का भागड़ा, जिंदुआ व बाजीगर, लेह लदख का जेब्रो, मध्य प्रदेश का राई, राजस्थान का कच्ची घोड़ी, भपंग व तेराताली नृत्य के साथ हिमाचली कलाकारों ने प्रस्तुति देकर प्रदेश की संस्कृति की झलक दिखाई। इसकी मौजूद दर्शकों ने काफी सराहना की। सांस्कृतिक संध्या में सिरमौर के लोक कलाकारों ने सिरमौरी नाटी, ठोडा, रिहाल्टी गी, दीपक नृत्य, परात नृत्य, मुंजरा नृत्य, हुड़क नृत्य व रासा नृत्य की प्रस्तुतियां दी। विद्यानंद सरैक द्वारा लिखित लोक गीतों तथा जोगेंद्र हाब्बी के निर्देशन में तैयार लोक नृत्यों की प्रस्तुति ने नागपुर के हजारों दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। दर्शकों के आग्रह पर कई बार सिरमौरी नाटी व नंबरदार स्वांग के पुन: प्रदर्शन किए गए। आसरा सांस्कृतिक दल के कलाकारों में लोक गायक रामलाल वर्मा, गोपाल हाब्बी, सुनपति, ढोलक वादक हंसराज व रमेश कुमार, रणसींगा व करनाल वादक मुकेश कुमार, बांसुरी वादक कृष्ण लाल, लोक नृतक चमन लाल, जोगेंद्र, अमींचंद, जितेंद्र, सरोज, लीला, अनुजा व लक्ष्मी ने महोत्सव में हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर की पारंपरिक नृत्य विधाओं की प्रस्तुति देकर हजारों दर्शकों का मनोरंजन किया।