शिलाई में तीन बाल विवाह के मामले सामने आए
सिरमौर जिला के पिछडे़ एवं दुर्गम क्षेत्र शिलाई में बाल विवाह रुक नहीं रहे हैं।
जागरण संवाददाता, नाहन : सिरमौर जिला के पिछडे़ एवं दुर्गम क्षेत्र शिलाई में बाल विवाह रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसे ही तीन मामले शनिवार को फिर सामने आए, जब चाइल्ड लाइन यहां पहुंची। यहां तीन नाबालिग लड़कियों की कुछ दिन पहले शादी करवाई गई है। चाइल्ड लाइन ने परिजनों की काउंसलिंग करवा कर बेटियों को अपने घर भिजवा दिया है। गरीबी व बाल विवाह की जानकारी न होने के कारण ट्रासगिरि क्षेत्र में छोटी उम्र में बेटियों की शादी कर रहे है। चाइल्ड लाइन शनिवार को शिलाई विकास खंड की कोटीभौंच पंचायत के जीहर गाव में तीन बाल विवाह के मामलों से पर्दा उठाया है। बाल विवाह में दुल्हन बनी बेटियों की उम्र 14, 15 व 16 साल थी तो दूल्हों की उम्र 17, 18 व 22 वर्ष थी। बेटियों की कम उम्र में शादी करने वाले दो परिवारों के पास तो अपना घर तक नहीं है। गरीबी तो बेबसी है ही, साथ ही सीधे सादे लोगों को यह तक नहीं पता है कि शादी के लिए बेटी की उम्र क्या है। निश्चित तौर पर चाइल्ड लाइन दुर्गम इलाकों में बेहतरीन कार्य कर रही है, लेकिन सवाल सरकार की उन योजनाओं पर भी उठते हैं, जो बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नारे लगाती है। बहरहाल चाइल्ड लाइन ने बेटियों को वापस मायके भिजवा दिया है। परिजनों की काउंसलिंग की गई है। चाइल्ड लाइन की काउंसलर विनिता ठाकुर ने बताया कि तीनों ही परिवार बेहद गरीबी का जीवन जी रहे हैं।