आज के दौर में भी आयुर्वेद का इलाज कारगर : बिंदल
मानव जीवन को रोगमुक्त करने के लिए भगवान धनवंतरी का अवतरण हुआ था।
जागरण संवाददाता, नाहन : मानव जीवन को रोगमुक्त करने के लिए भगवान धनवंतरी का अवतरण हुआ था। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि रोग उपचार की प्रक्रिया सबसे पहले भगवान धनवंतरी ने शुरू की। उसके उपरात हजारों साल तक ऋषियों-मुनियों ने जड़ी-बूटियों और द्रव्य पर शोध किए तथा शास्त्रों की रचना की।
डॉ. राजीव बिंदल सोमवार को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस एवं भगवान धनवंतरी त्रियोदशी के अवसर पर जिला आयुर्वेद चिकित्सालय नाहन में आयोजित आरोग्य हवन एवं कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद की व्याख्या विस्तृत है। इसका संबंध मनुष्य के मन और शरीर दोनों से है। आयुर्वेद का ज्ञान आज भी सार्थक है। आज भी आयुर्वेद में ऐसे रोगों का उपचार संभव है, जिनका उपचार अन्य उपचार विधि में नहीं है। उन्होंने आयुर्वेद के नवनिर्मित कार्यालय, स्टोर और पंचकर्म इकाई का निरीक्षण भी किया। योग इकाई के लिए योग भवन के निर्माण के निर्देश भी दिए। उन्होंने रोगियों का कुशलक्षेम भी जाना। जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. कविता ने बताया कि शीघ्र ही चिकित्सालय में क्षार-सूत्र व क्वाथ-शाला भी शुरू की जाएगी। इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता अभयकात अग्रवाल, मनीष जैन, रूपेश गर्ग, डॉ. पारिख, डॉ. त्रिवेदी, डॉ. मंजू, डॉ. ममता जैन, डॉ. एसएस परमार, हिमुडा के अधिशाषी अभियंता अजय शर्मा के अलावा आयुर्वेद विभाग के चिकित्सा अधिकारी व पैरा मेडिकल स्टाफ के सदस्य भी उपस्थित थे।