सिरमौर जिले में बंद रहेंगे 152 बस रूट
हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के कर्मचारियों ने मांगों को लेकर एक दिन हड़ताल करने का फैसला लिया है।
जागरण संवाददाता, नाहन : हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के कर्मचारियों ने मांगों को लेकर निगम प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एचआरटीसी कर्मचारियों की संयुक्त समन्वय समिति ने मांगों के समर्थन में 18 अक्टूबर को सिरमौर जिला में बसें न चलाने का ऐलान किया है। जिला सिरमौर में परिवहन निगम के 163 बस रूट हैं, जिसमें से वर्तमान में निगम द्वारा 152 रूट नियमित रूप से चलाए जा रहे हैं और सोमवार को सभी रूट बंद होंगे। एचआरटीसी नाहन डिपो में वर्तमान में 350 कर्मचारी कार्यरत हैं, जोकि सोमवार को हड़ताल में शामिल होंगे। चालक, परिचालक सहित वर्कशाप के कर्मचारी काम छोड़कर हड़ताल पर रहेंगे।
एचआरटीसी कर्मचारी संघ ने प्रबंधन और सरकार को चेतावनी दी कि यदि उनकी 21 सूत्रीय मांगें नहीं मानी गई तो वे आने वाले दिनों में अपने आंदोलन को तेज करेंगे। नाहन बस स्टैंड के अड्डा प्रभारी सुखराम ठाकुर ने बताया कि निगम के कर्मचारी अपने वित्तीय लाभ को लेकर करीब एक माह से आंदोलन कर रहे हैं। सरकार और प्रबंधन उनकी मांगों को लेकर अनदेखा कर रहा है। उन्होंने कहा कि रविवार रात 12 बजे से सोमवार रात 12 बजे तक 18 अक्टूबर को 24 घंटे काम छोड़ो आंदोलन करने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि एचआरटीसी कर्मचारियों की कई मांगे हैं। लोगों को निजी बसों के सहारे सोमवार को करनी पड़ेगी यात्रा
जिला सिरमौर में करीब 200 निजी बसें हैं, जिसमें से अभी 160 बसें चल रही हैं। द सिरमौर निजी बस आपरेटर सोसायटी के महासचिव अखिल शर्मा ने बताया कि कोरोना के बाद निजी बस आपरेटरों ने 70 प्रतिशत बसें चला दी हैं। 30 प्रतिशत बसें अभी भी खड़ी हैं। हड़ताल को देखते हुए निजी बस आपरेटर अतिरिक्त बसें नहीं चलाएंगे। हड़ताल से ग्रामीण रूट होंगे प्रभावित
सोमवार को हड़ताल से सबसे अधिक प्रभावित प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों के रूट होंगे। क्योंकि प्रदेश में सैकड़ों ऐसे रूट हैं जहां पर केवल निगम की ही बसें चलती हैं। यह रूट अधिकतर कच्ची सड़कों तथा ग्रामीण संपर्क सड़कों के हैं। जिले में 75 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में केवल निगम की ही बसें चलती हैं।