सरल हो अंग्रेजी पाठ्यक्रम, भाषा में अपनाएं नई तकनीक
राजकीय महाविद्यालय ठियोग में भारतीय अंग्रेजी प्राध्यापक संघ की ओर से कार्यशाला लगाई।
संवाद सूत्र, ठियोग : राजकीय महाविद्यालय ठियोग में भारतीय अंग्रेजी प्राध्यापक संघ की ओर से भाषा के बदलते सरोकार विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया। इसमें देशभर से प्राध्यापकों ने भाग लिया। बतौर मुख्य अतिथि दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज के प्राचार्य डॉ. जॉन वॉरगेज ने शिरकत की। उन्होंने अंग्रेजी पाठ्यक्रम को सरल और व्यवहारिक बनाने व भाषा में नई तकनीकों को आजमाने का समर्थन किया। प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के पूर्व डीन प्रो. गिरिजा शर्मा ने भाषा के विकास में नए शब्द निर्माण, उपयोग तथा अनुवाद के महत्व पर विचार रखे। कार्यशाला में पैनल परिचर्चा में राजकीय महाविद्यालय सराहन के प्राचार्य डॉ. प्रवीन डोगरा, प्रदेश विश्वविद्यालय के सह आचार्य डॉ. विकास डोगरा, सेंट बीड्स कॉलेज से डॉ. तनूजा शर्मा और साध्यकालीन महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. मीनाक्षी पॉल ने भाग लिया। प्रो. पॉल ने भाषा तकनीक और सुविधाओं के इस युग में अंग्रेजी भाषा की विकृतियों और बदलाव पर चिंता जाहिर की। ई-मेल, वाट्सएप, ब्लॉग आदि इंटरनेट की भाषा से अंग्रेजी की मूल भाषा को नुकसान पर विचार-विमर्श किया। कार्यशाला का संचालन ठियोग कॉलेज के अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. कामायनी बिष्ट ने किया। समापन पर ठियोग कॉलेज की संरक्षक तथा प्राचार्य अनुपमा गर्ग ने मेहमानों का कॉलेज पधारने पर धन्यवाद किया। उन्होंने इस तरह की कार्यशालाओं का अन्य भाषाओं पर भी करने का विचार रखा।