मांगों के समर्थन में अनशन पर बैठेंगी स्वास्थ्य कार्यकर्ता
महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता मांगों के समर्थन में 22 सितंबर से शिमला मे
जागरण संवाददाता, शिमला : महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता मांगों के समर्थन में 22 सितंबर से शिमला में अनशन पर बैठगीं और यह अनशन तब तक जारी रहेगा जब तक प्रदेश सरकार हमारी मांगे नही मानती। यह बात महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता बेरोजगार संघ की उपप्रधान सुदर्शना कुमारी ने मंगलवार को शिमला में पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि सरकार आरएंडपी रूल्स के आधार पर फीमेल हेल्थ वर्कर्स के पदों पर अगर प्रशिक्षण प्राप्त फीमेल हेल्थ वर्कर्स को तैनाती नहीं दे सकती है तो इनको भी तत्काल प्रभाव से बंद करें। 205 पदों पर भर्ती व पदोन्नति नियमों के आधार पर सिर्फ प्रशिक्षण प्राप्त फीमेल हेल्थ वर्कर्स की तैनाती नहीं की तो सरकार इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। जिस तरह पैरामेडिकल स्टाफ को 50 फीसद बैचवाइज रखा जा रही उसी तरह एनएम को भी 50 फीसद बैचवाइज रखा जाए।
उन्होंने कहा कि हम पिछले कई साल से अपने हक के लिए लड़ रही हैं लेकिन प्रदेश सरकार हमारी मांगो की तरफ बिल्कुल ध्यान नही दे रही है। वे आने वाले चुनावों का बहिष्कार करेंगी। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से गुहार लगाई गई कि आरएंडपी रूल्स के आधार पर प्रशिक्षण प्राप्त फीमेल हेल्थ वर्कर्स की तैनाती करें। उन्होंने आरोप लगाया कि उक्त पदों को भरने के लिए भर्ती एवं पदोन्नति नियमों की अनदेखी की गई है। आवेदन में डेढ़ वर्ष डिप्लोमा धारक फीमेल हेल्थ वर्कर्स को ही उक्त पदों के लिए योग्य माना गया था। अपने हितों के लिए प्रशिक्षण प्राप्त फीमेल हेल्थ वर्कर्स कई बार मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से भी मिली लेकिन सरकार की इस मामले में कोई संज्ञान नहीं दिया।