अगले तीन माह तक नहीं बढ़ेगा संपत्ति कर, गार्बेज फीस व पानी की दरें
राजधानी शिमला में कोरोना कर्फ्यू के दौरान उपजी स्थिति को देखते हुए नगर निगम ने शहर के लोगों के लिए बड़ी राहत प्रदान की है।
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला में कोरोना कर्फ्यू के दौरान उपजी स्थिति को देखते हुए नगर निगम ने शहर के लोगों के लिए बड़ी राहत प्रदान की है। अगले तीन माह तक संपत्ति कर, गार्बेज फीस और पानी के बिलों में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी। आयुक्त नगर निगम द्वारा सभी विभागों को अपने कार्यालय आदेश से सूचित कर दिया गया है। सदन की बैठक में स्वीकृति के लिए मामला लाया जाएगा।
यह निर्णय निगम द्वारा कोविड-19 की समीक्षा बैठक के दौरान लिया गया। बैठक नगर निगम महापौर की अध्यक्षता आयोजित की गई। इस बैठक में उप महापौर शैलेंद्र चौहान, पार्षद किमी सूद, पार्षद कुमारी आरती चौहान, आयुक्त नगर निगम शिमला तथा संयुक्त आयुक्त नगर निगम शिमला उपस्थिति रहे।
निगम के सफाई कर्मचारियों को एक माह का राशन निशुल्क
नगर निगम द्वारा कोरोना वायरस के दौरान सफाई व्यवस्था को प्राथमिकता दी जा रही है। समय-समय पर लोगों के सुझाव और अन्य फीडबैक पर भी कार्य किया जा रहा है। निगम के सफाई कर्मचारी इसमें महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। निगम ने सफाई कर्मचारियों की कर्मनिष्ठा को देखते हुए निर्णय लिया है कि निगम के सभी सफाई कर्मचारियों को एक माह का राशन निशुल्क उपलब्ध करवाया जाएगा। सफाई कर्मचारियों के परिवार को भी किसी परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए निगम ने सात दिन पहले ही वेतन जारी कर दिया है। इसके अलावा नगर निगम सफाई कर्मचारियों को उनके संवेदनशील कार्य की परिस्थितियों को देखते हुए 1500 रुपये प्रोत्साहन के रूप में दिया जा रहा है। निगम ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए 50 लाख रुपये के खरीदे रसायन
नगर निगम ने कोविड-19 के संभावित संक्रमण को रोकने के लिए 50 लाख रुपये से संक्रमण रोधी रसायन, सैनिटाइजर, ब्लीचिग पाउडर तथा व्यक्तिगत सुरक्षा परिधान उपकरण खरीदे हैं। निगम के सभी कर्मचारियों को एक-एक अतिरिक्त व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण उपकरण उपलब्ध करवाया गया है। ताकि उन्हें किसी भी परिस्थिति में संक्रमण से दूर रखा जा सके। निगम में प्रतिदिन होगी समीक्षा बैठक
नगर निगम आयुक्त द्वारा प्रतिदिन 4 बजे सभी विभागाध्यक्षों से के साथ समीक्षा बैठक होगी। बैठक के दौरान दिन भर के कार्य की समीक्षा तथा अगले दिन के कार्य योजना पर विचार विमर्श किया जाएगा ताकि आम जनता को कोई असुविधा ना हो । इस विषय में सभी कर्मचारियों को आवश्यकतानुसार निर्देशित किया जा रहा है। शहर में पीने के पानी की सप्लाई की निरंतर समीक्षा की जा रही है और इस विषय में यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी तरह से पानी की कमी नहीं आए।