शिक्षकों की तैनाती नहीं हुई तो चुनाव का करेंगे बहिष्कार
मीरु पंचायत के ग्रामवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में अध्यापकों की कमी व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक न होने पर जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त किन्नौर के माध्यम से मुख्य निर्वाचन आयुक्त शिमला को 64 लोगों के हस्ताक्षर सहित ज्ञापन पत्र सौंपा।
संवाद सूत्र, रिकांगपिओ : राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मीरु में अध्यापकों की कमी है। वहीं, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक न होने पर ग्रामीणों में रोष है। लोगों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का मन बना लिया है।
मुद्दे पर मीरु पंचायत के ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त किन्नौर के माध्यम से मुख्य निर्वाचन अधिकारी शिमला को 64 लोगों के हस्ताक्षर सहित ज्ञापन पत्र सौंपा। पंचायत प्रधान किरण ने कहा कि दो साल से स्कूल में शिक्षकों की कमी चली रही है, जबकि पिछले वर्ष 2018 में प्रधानाचार्य टीजीटी के मेडिकल व नॉन मेडिकल, शास्त्री व डीपीई का स्थानांतरण हुआ था, जबकि लैब अटेंडेंट, क्लर्क, वरिष्ठ सहायक व अधीक्षक के पद तीन साल से खाली हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के रिक्त पद व चिकित्सक न होने बारे सरकार से मांग की गई तथा जनमंच कार्यक्रम के दौरान भी टापरी में मांग रखी गई थी, जबकि आजतक इस बारे में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। एसएमसी प्रधान कमला देवी ने कहा कि विद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी के चलते छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटका हुआ है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार 15 दिन के भीतर शिक्षकों के खाली पड़े पद व चिकित्सक की नियुक्ति नहीं करती है तो मिरु पंचायत लोकसभा चुनाव में मतदान न कर सामूहिक बहिष्कार करेगी। उपप्रधान शेरचंद ने बताया कि मीरु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक की नियुक्ति की गई थी, जबकि जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा मीरु में चिकित्सक की नियुक्ति न करके किसी अन्य स्थान पर प्रतिनियुक्ति की गई है। इस दौरान मेदू राम, चंद शेखर, सूरज कुमार, राम कुमार आदि उपस्थित रहे।