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बेटे विक्रमादित्य की जीत ने वीरभद्र के हाथ किए मजबूत

वीरभद्र बेटे के लिए अपने हलके शिमला ग्रामीण को छोड़ कर सोलन जिला के अर्की से चुनाव मैदान में उतरे थे।

By Babita KashyapEdited By: Published: Tue, 19 Dec 2017 09:26 AM (IST)Updated: Tue, 19 Dec 2017 03:29 PM (IST)
बेटे विक्रमादित्य की जीत ने वीरभद्र के हाथ किए मजबूत
बेटे विक्रमादित्य की जीत ने वीरभद्र के हाथ किए मजबूत

शिमला, राज्य ब्यूरो। शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने भाजपा के प्रमोद शर्मा को हराकर पिता वीरभद्र सिंह के हाथों को मजबूत किया है। प्रदेश में सबसे लंबी राजनीतिक पारी खेलने वाले वीरभद्र सिंह ने पुत्र विक्रमादित्य की राजनीतिक पारी विधायक के तौर पर शुरू कर दी है। विक्रमादित्य की इस जीत ने कांग्रेस पार्टी में उठ रहे परिवारवाद के सवालों पर विराम लगा दिया है और कांग्रेस के लिए एक सीट भी हासिल की है। विक्रमादित्य ने शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी प्रमोद शर्मा को 4880 मतों से पराजित किया।

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प्रदेश की राजनीति में सबसे लंबी पारी खेलने वाले सीएम वीरभद्र सिंह के लिए यह सुखद पहलू है कि सत्ता से बाहर होने के बाद भी वह बेटे विक्रमादित्य सिंह को विधानसभा की दहलीज पार करवाने में सफल रहे है। अगली पीढ़ी के तौर पर उनके पुत्र विक्रमादित्य सिंह की राजनीतिक पारी शिमला ग्रामीण से शुरू हुई है। वीरभद्र बेटे के लिए अपने हलके शिमला ग्रामीण को छोड़ कर सोलन जिला के अर्की से चुनाव मैदान में उतरे थे। परिवारवाद का कारण देकर कांग्रेस ने विक्रमादित्य का टिकट आवेदन के अंतिम दिन फाइनल किया था।

हर राउंड में बढ़ती गई लीड

विक्रमादित्य ने काउंटिंग के शुरू होने के साथ ही लीड बनाए रखी और हर राउंड में लीड बढ़ती चली गई। संजौली कॉलेज में शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के लिए मतों की गणना सुबह आठ बजे आरंभ हुई। शिमला ग्रामीण में नौ मतगणना टेबल निर्धारित किए गए थे और कुल 17 राउंड तक चली, जिसमें 28275 मत कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह को जबकि भाजपा के डॉ. प्रमोद शर्मा को 23395 मत पड़े। अन्य दो प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई, जिनमें निर्दलीय एमडी शर्मा को 668 जबकि स्वाभिमान पार्टी के उम्मीदवार को पड़े 325 मतों से ज्यादा तो 420 नोट के पड़े।


2012 में वीरभद्र जीते थे 21 हजार से अधिक मतों से

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने 2012 के विधानसभा चुनाव में शिमला ग्रामीण विधानसभा सीट से 21497 मतों से जीत हासिल की थी। वीरभद्र सिंह को 28892 मत पड़े थे, जबकि भाजपा के ईश्वर रोहाल को 8892 मतों से संतोष करना पड़ा था। हालांकि भाजपा ने इस विधानसभा चुनाव में डॉ. प्रमोद शर्मा को उम्मीदवार बनाया है जो पहले वीरभद्र के बेहद करीबी हुआ करते थे और कुमारसैन-सुन्नी विधानसभा क्षेत्र से विद्या स्टोक्स को कड़ी चुनौती दी थी। भाजपा मंडल में प्रमोद शर्मा को टिकट देने को लेकर विरोध भी था और उन्हें पैराशूट से आया उम्मीदवार करार दिया जा रहा था।

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