लिफ्ट पार्किग में निगम कार्यालय खोलने पर हंगामा
जागरण संवाददाता शिमला मेयर सत्या कौंडल की अध्यक्षता में वीरवार को नगर निगम की बैठक हुई
जागरण संवाददाता, शिमला : मेयर सत्या कौंडल की अध्यक्षता में वीरवार को नगर निगम की बैठक हुई। इसमें शहर के विकास के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में आयुक्त के स्थान पर अतिरिक्त आयुक्त अजीत भारद्वाज भी मौजूद रहे। बैठक में शहर में लिफ्ट के समीप पीपीपी मोड पर बनी पार्किग में नगर निगम का कार्यालय खोलने पर खूब हंगामा हुआ। निगम प्रशासन की ओर से यह प्रस्ताव लाया गया। इस पर पार्षदो ने खुले रूप से इसका विरोध किया।
हालांकि प्रशासन की ओर से साफ किया गया कि फिलहाल यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है। उसमें निगम का कार्यालय एक ही छत के नीचे लाने का मामला है। इसमें पार्षदों की राय जानने के लिए यह प्रस्ताव लाया गया था।
हालांकि पार्षदों ने सुझाव दिया कि निगम की भी लिफ्ट पर पार्किग है, वहां पर निगम का कार्यालय खोला जा सकता है। कुछ पार्षदों ने टुटीकंडी में बनी पार्किग में निगम के कार्यालय को शिफ्ट करने की बात कही। इस मसले पर काफी देर तक हंगामा होता रहा। नगर निगम शिमला के अभी कार्यालय कई स्थानों पर हैं। निगम के आयुक्त, अतिरिक्त आयुक्त, टैक्स, स्वास्थ्य शाखा जिला उपायुक्त कार्यालय के परिसर में है। वहीं निगम की वास्तुकार शाखा व स्टेट ब्रांच रिज मैदान पर है। इससे लोगों को यदि निगम के दो काम के लिए आना हो तो पूरे शहर का चक्कर काटना पड़ता है।
भविष्य में लोगों को एक ही छत के नीचे सभी तरह की सुविधाएं मिल सकें, इसलिए ये प्रस्ताव प्रशासन की ओर से लाया गया है। पार्षदों का तर्क है कि नया भवन बनाने या फिर पीपीपी मोड पर बनी पार्किग को लेने से बेहतर है कि निगम के अपने बने भवन में कार्यालय बनाया जाए। लिफ्ट के समीप निगम का अपना भवन भी बना है। इसमें पार्किग चल रही है। इसमें निगम अपना एक ही छत के नीचे कार्यालय बना सकता है।
वार्डो के इंस्पेक्टर बदलने पर गरमाया माहौल, पार्षद ने दी धरने की चेतावनी
नगर निगम प्रशासन ने वार्डो से इंस्पेक्टर बदले हैं। पार्षदों ने मामला उठाया कि उनकी जानकारी के बगैर ही इंस्पेक्टरों को बदल दिया है। इस पर प्रशासन और डिप्टी मेयर ने मोर्चा संभालते हुए साफ कहा कि काम की बेहतरी के लिए बदलाव किया है। इस पर पार्षद आरती चौहान ने सोमवार तक फैसला वापस न लेने पर धरने पर बैठने की चेतावनी दी है। वहीं हिमुडा कॉलोनी में लगाए जा रहे गेट को भी हटाने का फैसला निगम की बैठक में लिया गया।