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बिना अनुमति किन्नर कैलाश यात्रा पर गए दो श्रद्धालुओं की मौत

जिला किन्नौर में बिना अनुमति के किन्नर कैलाश यात्रा पर गए पांच श्रद्धालुओं में से पार्वती कुंड नामक स्थान पर दो की मौत हो गई है जबकि 3 को रेस्क्यू कर लिया गया है। मृतकों की पहचान पीयूष 26 वर्ष पुत्र ज्ञान निवासी बड़ा गांव कुमारसैन जिला शिमला तथा वरुण सिंह 25 वर्ष पुत्र कमलजीत निवासी नजर सिविल अस्पताल सुभाष नगर झझर हरियाणा के रूप में हुई है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Jun 2019 07:56 PM (IST)Updated: Wed, 26 Jun 2019 07:56 PM (IST)
बिना अनुमति किन्नर कैलाश यात्रा पर गए दो श्रद्धालुओं की मौत

संवाद सहयोगी, रिकांगपिओ : किन्नौर जिला में प्रशासन की अनुमति के बिना किन्नर कैलाश यात्रा पर गए पांच श्रद्धालुओं में से दो की पार्वती कुंड नामक स्थान पर ठंड लगने से मौत हो गई। मृतकों में एक श्रद्धालु हरियाणा के झज्जर व एक कुमारसैन निवासी था। तीन श्रद्धालुओं को रेस्क्यू कर लिया गया है।

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किन्नौर जिला में 24 जून को भारी बारिश व किन्नर कैलाश की पहाड़ियों पर बर्फबारी हुई थी। खराब मौसम के बावजूद श्रद्धालु 24 जून को किन्नर कैलाश की यात्रा पर चले गए थे। ये श्रद्धालु बारिश व बर्फबारी होने के कारण पार्वती कुंड में फंस गए थे। उन्होंने 25 जून की शाम 100 नंबर डायल कर इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस व जिला प्रशासन ने बुधवार सुबह रेस्क्यू टीम को घटनास्थल के लिए रवाना किया। पार्वती कुंड में इन दिनों अधिकतम तापमान करीब माइनस पांच डिग्री सेल्सियस है। इस कारण ठंड लगने से दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई। वहीं, 25 सदस्यीय रेस्क्यू टीम ने लगभग आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद समुद्र तल से 5,550 मीटर ऊंचाई पर स्थित पार्वती कुंड से शवों को कब्जे में लिया। रेस्क्यू टीम में पुलिस के जवान व गृहरक्षक शामिल थे जो शवों व घायलों को लेकर रिकांगपिओ रवाना हुए। मृतकों में 26 वर्षीय पीयूष पुत्र ज्ञान निवासी बड़ा गांव कुमारसैन जिला शिमला तथा 25 वर्षीय वरुण सिंह पुत्र कमलजीत निवासी नजर सिविल अस्पताल सुभाष नगर झज्जर हरियाणा के रूप में हुई है। बड़ा गांव कुमारसैन निवासी 23 वर्षीय अभय राणा पुत्र कर्ण सिह, 23 वर्षीय अनिल वर्मा पुत्र राजेंद्र कुमार व 21 वर्षीय अंशुल जसवाल पुत्र रणवीर को रेस्क्यू किया गया। पहली अगस्त से शुरू होगी यात्रा

प्रशासन द्वारा किन्नर कैलाश यात्रा हर साल पहली अगस्त से 11 अगस्त तक शुरू की जाती है। अधिकारिक तौर पर इस अवधि के लिए ही यात्रा की अनुमति दी जाती रही है। लेकिन कुछ लोग बिना अनुमति लिए व प्रशासन को जानकारी दिए बिना जान जोखिम में डालकर किन्नर कैलाश यात्रा पर चले जाते हैं जिससे अकसर हादसे होते हैं। किन्नर कैलाश यात्रा में हादसे

-वर्ष 2018 में किन्नर कैलाश यात्रा पर गए तीन श्रद्धालुओं की बाढ़ की चपेट में आने से मौत हो गई।

-वर्ष 2017 में यात्रा के दौरान एक श्रद्धालु की बिजली गिरने से जान गई।

-------- श्रद्धालु खराब मौसम में यात्रा पर न जाएं। प्रशासन द्वारा जब अनुमति दी जाती है, उसी दौरान यात्रा करें ताकि श्रद्धालुओं को हर सुविधा दी जा सके और ऐसे हादसे न हों।

-सुरेंद्र ठाकुर, एसडीएम, कल्पा

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