अब 16 सेकेंड में सैनिटाइज होगा हर व्यक्ति
नगर निगम शिमला ने आईजीएमसी जाने वाले लोगों को संक्रमण मुक्त करने के लिए सैनिटाइजर टनल बनाने जा रहा है। टनल प्रतिदिन आठ घंटे चलेगी 2000 लोगों को सैनिटाइज करने की क्षमता होगी। शनिवार को टनल काम करना शुरू कर देगी। तीन दिन में तैयार करेगा वीरवार को 30 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है।
जागरण संवाददाता, शिमला : नगर निगम शिमला ने कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आइजीएमसी) में सैनिटाइजर सुरंग बनाने जा रहा है। अस्पताल में आने वाले हर व्यक्ति को संक्रमणमुक्त करने के लिए इस सुरंग से गुजरना होगा। सुरंग प्रतिदिन आठ घंटे खुलेगी और दो हजार लोगों को सैनिटाइज करेगी। 15 फीट लंबी व छह फीट ऊंची टनल में 15 फुहारे होंगे। यह फुहारे एक मोटर की सहायता से 16 सेकेंड में एक व्यक्ति के शरीर को सैनिटाइज करेंगे। वीरवार को नगर निगम की वर्कशॉप में सुरंग का काम शुरू हो गया जोकि अगले सप्ताह तक पूरा किया जाना है।
आइजीएमसी में प्रवेश करने वाले कर्मचारियों, डॉक्टरों सहित तीमारदारों और मरीजों को सुरंग से गुजार कर सैनिटाइज किया जाएगा। इसी तर्ज पर कमला नेहरू अस्पताल (केएनएच) और दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) अस्पताल शिमला में भी ऐसी सुरंग बनाई जानी है। नगर निगम शिमला के आयुक्त पंकज राय ने कहा कि अगले सप्ताह तक सुरंग का कार्य पूरा हो जाएगा।
--------------- राजधानी के प्रवेश द्वारों पर भी लगेंगी सुरंग राजधानी शिमला के प्रवेश द्वार विक्ट्री टनल, ढली और मल्याणा में भी दूसरे चरण में सुरंगें स्थापित की जाएंगी। एक सुरंग को लगाने में 1.5 लाख का खर्च आएगा। स्मार्ट सिटी के पैसे से नगर निगम ने ये काम करने का फैसला लिया है। इसके बनने के बाद सैनिटाइज करने में ज्यादा खर्च भी नहीं आना है।
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लोहे से बना ढांचा प्लास्टिक से होगा कवर लोहे से बनने वाला सुरंग का ढांचा प्लास्टिक से कवर किया जाएगा। अंदर से सुरंग को कैमिकल लगाया जाएगा। पानी को खड़े होने से रोकने के लिए ढलान की तरफ पानी की निकासी की जाएगी। अस्पताल में संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है। इसलिए नगर निगम ने आइजीएमसी के बाहर सुरंग स्थापित करेगा।
--------------- ऐसी काम करेगी सुरंग
जब कोई व्यक्ति सुरंग के गेट से प्रवेश करेगा तो उस पर नोजल के माध्यम से सैनिटाइजर शुरू कर दिया जाएगा। आउट गेट तक जाते-जाते पूरा शरीर सैनिटाइज हो जाएगा। इस प्रक्रिया से कोरोना वायरस व अन्य कीटाणू नष्ट हो जाएंगे।