अटल को कभी नहीं भुला सकता हिमाचल : जयराम
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन पर मानसून सत्र के दौरान शोक सभा आयोजित की गई
राज्य ब्यूरो, शिमला : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन समूचे विश्व की क्षति के साथ हिमाचल के लिए अपूर्णीय नुकसान है। वह प्रदेश के हितों के रखवाले थे। विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन वीरवार को इसी तरह के भाव पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर हर सदस्य के थे। समूचे सदन ने भारत रत्न वाजपेयी को याद किया। वहीं हिमाचल की पूर्व राज्यपाल उर्मिला सिंह, पूर्व कांग्रेस विधायक दिलेराम शबाव और प्रख्यात पत्रकार कलदीप नैयर के निधन पर शोक प्रकट किया गया।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में शोक प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि अटल से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। किसी ने उन्हें कभी विचलित होते नहीं देखा होगा। आज 21 राज्यों में भाजपा या गठबंधन सरकारें हैं और केंद्र में भाजपा सरकार अटल जी की देन है। एक समय ऐसा था कि जब गैर कांग्रेस सरकार के बारे में कोई विचार नहीं कर सकता था। हिमाचल उन्हें कभी नहीं भुला सकता है। सदन में अटल के जीवन पर वृतचित्र प्रदर्शित किया गया।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने शोक प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि अटल जी को हर रूप में याद किया जाता रहेगा।
शोक प्रस्ताव में भाग लेते हुए नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि अटल जी का जीवन सबके लिए प्रेरणादायक रहा है। प्रदेश के विकास में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि वह गरीब परिवार से थे। पहले ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ में हिंदी में भाषण दिया था। पहाड़ी राज्यों के लिए विशेष नीति का नतीजा था कि प्रदेश को औद्योगिक पैकेज मिला। स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कहा कि देश में तब चुनाव इसलिए लड़ते थे ताकि विपक्ष का मत प्रतिशत बढ़े। संघ ने अटल, अडवाणी सहित कई नेताओं को चुनावी राजनीति में हिस्सा लेने के लिए इसलिए भेजा ताकि राजनीतिक बदलाव संभव हो। अटल ऐसे थे कि वाणी से किसी को भी सम्मोहित कर देते थे।
कांग्रेस अध्यक्ष एवं विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास का नारा अटल जी ने दिया था। रोहतांग सुरंग की परिकल्पना भी उन्हीं की देन थी। सुक्खू ने पूर्व विधायक दिलेराम शबाव को याद करते हुए कहा कि वह शेर-ए-पंजाब के नाम से जाने जाते थे। परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि मनाली में प्रस्तावित अटल का भव्य स्मारक समूचे विश्व के लिए यादगार होगा। विधायक नरेंद्र बरागटा ने कहा कि वाजपेयी का निधन इतना बड़ा दर्द है कि शब्दों में मापना संभव नहीं है। कांग्रेस विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने उन्हें हिमाचल के लिए ब्रांड एंबेसडर की उपमा दी। माकपा के विधायक राकेश सिंघा, भाजपा के रमेश धवाला ने भी अटल जी को याद किया।
मुकेश ने याद दिलाया
शोक प्रस्ताव पेश होने के बाद मुकेश अग्निहोत्री ने सदन को याद दिलाया कि पूर्व राज्यपाल उर्मिला सिंह का निधन भी इस अवधि के दौरान हुआ। इसलिए उनका नाम भी शोक प्रस्ताव में जोड़ दिया जाए। मुकेश के बोलने के बाद मुख्यमंत्री ने भूल के लिए खेद प्रकट किया और शोक प्रस्ताव में पूर्व राज्यपाल का नाम भी शामिल किया।