जंगलों में रोपे जाएंगे फलदार पौधे
हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान
जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान ने हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से जंगली फलदार पौधे लगाने और फसलों को बचाने के तहत एक अभियान शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत प्राकृतिक वातावरण में सुधार लाने के लिए और वन्यजीवों को जंगलों में ही भोजन उपलब्ध कराने के लिए पंचायतों के साथ लगते जंगलों में फल-फूल वाले पौधे व झाड़ियां लगाने के निर्देश दिए हैं। इस अभियान को दो चरणों में लागू किया जाएगा।
कोविड 19 महामारी के चलते पहले चरण में पंचायती राज संस्थाओं, महिला मंडल, युवक मंडल, गैर सरकारी संगठन के प्रतिनिधियों को जागरूक करने के लिए डिजिटल माध्यमों से जागरूकता कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही पंचायती राज संस्थाओं, महिला मंडल, युवक मंडल, गैर सरकारी संगठन आदि के प्रतिनिधियों को कोविड-19 के संबंध में प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करते हुए अपनी पंचायत से सटे जंगल में ऐसे फलदार पौधे लगाने के लिए आगे आने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
पौधारोपण के लिए पंचायतों, महिला मंडल, युवक मंडल, गैर सरकारी संगठनों की पहचान की जाएगी, जो इस अभियान में स्वेच्छा से जिला वन अधिकारी के साथ समन्वय करें। अकसर बगीचों और खेतों में जंगली जानवरों, पक्षियों द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इसका मुख्य कारण जंगलों में फलदार पेड़-पौधों की कमी होना है।