मंजिल को राह में नहीं मिल रहा आश्रय
संवाद सूत्र नेरवा चौपाल विधानसभा क्षेत्र के केंद्र बिदु एवं मुख्य व्यावसायिक कस्बे नेरवा में वर्षाश्
संवाद सूत्र, नेरवा : चौपाल विधानसभा क्षेत्र के केंद्र बिदु एवं मुख्य व्यावसायिक कस्बे नेरवा में वर्षाशालिका न होने से यहां आने वाले आम लोगों के साथ स्थानीय दुकानदारों को भी प्रतिदिन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बारिश व बर्फबारी के दिनों में तो दिक्कतें और अधिक बढ़ जाती हैं।
नेरवा उपमंडल चौपाल का केंद्र बिदु, तहसील मुख्यालय व मुख्य व्यवसायिक कस्बा है। यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग सरकारी कामकाज, खरीदारी करने और व्यावसायिक, राजनीतिक व सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से पहुंचते हैं। इसके अलावा नेरवा में दो सरकारी स्कूल, आधा दर्जन निजी स्कूल, एक कालेज व अन्य शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थान हैं। इन शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई करने वाले हजारों छात्र और इनमें कार्यरत स्टाफ का भी रोजाना नेरवा आना होता है। इनमें से अधिकांश लोग बसों में ही आना जाना करते हैं।
खुले आसमान के नीचे करना पड़ता है बसों का इंतजार
ग्रामीण क्षेत्रों को जाने के लिए लोगों को बसों को इंतजार बारिश व बर्फबारी में खुले आसमान के नीचे खड़े होकर करना पड़ता है। लोग दुकानों के बाहर खड़े होकर भी बसों की राह देखते हैं। इन हजारों लोगों के लिए नेरवा में न तो बैठने का कोई उचित स्थान है और न ही कोई वर्षाशालिका है।
दुकानदारों को होती है परेशानी
नेरवा बस स्टैंड में वर्षाशालिका के न होने से लोग बारिश होने पर दुकानों के अंदर या बाहर खड़े हो जाते हैं। इससे ग्राहकों को दुकानों के अंदर जाना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में दुकानदारों की दुकानदारी प्रभावित होती है। यही नहीं बाजार में दुकानों के बाहर सड़कों तक लोगों के खड़े होने से न केवल चालकों को वाहन चलाने में दिक्कत आती है, बल्कि हर समय दुर्घटना की संभावना भी बनी रहती है।
व्यावसायियों ने वर्षा शालिका की सरकार से की मांग
व्यापार मंडल नेरवा के अध्यक्ष राजीव भिख्टा, उपाध्यक्ष दिनेश अमरेट, महासचिव रमेश कांटा, कोषाध्यक्ष मोनू सूद, विभिन्न पंचायत प्रतिनिधियों व स्थानीय व्यापारियों ने सरकार से मांग की है कि बाजार में उचित स्थान का चयन कर वर्षाशालिकाएं बनाई जाए, ताकि नेरवा बाजार में आने जाने वाले लोगों को सुविधा भी मिल सके व दुकानदारों को भी आए दिन होने वाली परेशानी से निजात मिल सके।