पर्यटन को लगेंगे पंख
प्रदेश सरकार ने अपने बजट में पर्यटन के क्षेत्र में काफी कुछ नया करने की घोषण की है। प्रदेश में पर्यटकों को अधिक दिनों तक रोकने के लिए जहां मंडी में एक शिव धाम बनाया जाएगा वहीं हरिद्वार और बनारस की तर्ज पर मंडी में ब्यास नदी के तट पर आरती घाट बनाने की योजना शुरू करेगी। वहीं पिछले वर्ष से शुरू की नई राहें, नई मंजिले योजना के तहत वित्त वर्ष 2019-20 के लिए भी पचास करोड़ा के बजट का प्रावधान किया है। सरकार ने पर्यटन को रोजगार से जोड़ने के लिए भी बजट में प्रावधान किया है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश सरकार ने पर्यटन क्षेत्र को तरजीह दी है। प्रदेश में पर्यटकों को अधिक दिनों तक रोकने के लिए मंडी में शिवधाम बनाया जाएगा। इस स्थल पर पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए 12 ज्योतिर्लिगों की अनुकृतियों को स्थापित किया जाएगा।
हरिद्वार और बनारस की तर्ज पर मंडी में ब्यास नदी के तट पर आरती घाट बनाने की योजना शुरू होगी। पिछले वर्ष शुरू की गई नई राहें-नई मंजिलें योजना के तहत अगले वित्त वर्ष के लिए भी 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। सरकार ने पर्यटन को रोजगार से जोड़ने की शुरुआत की है।
-वन भूमि पर स्थापित होने वाली ईको टूरिज्म की इकाइयों से संबंधित प्रक्रियाओं को सरल बनाने के लिए प्रयास होगा।
-ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए विशेषज्ञों की सहायता से मास्टरप्लान बनेगा। इसमें निजी निवेश के लिए भी विशेष प्रावधान होगा।
-पौंग क्षेत्र विकास बोर्ड का गठन होगा। यह बोर्ड पौंग क्षेत्र के समुचित एवं सुनियोजित विकास के लिए नीति एवं कार्यक्रम निर्धारित करेगा।
-होम स्टे के लिए तीन कमरों की सीमा को बढ़ाकर चार कमरे किए गए। जो होम स्टे मालिक अपनी बु¨कग को एक कॉमन पोर्टल पर लाना चाहेंगे, इसके लिए पर्यटन विभाग सहायता देगा।
-होम स्टे के विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होगा।
-शिमला में दो, तथा कुल्लू जिला में एक स्थल पर लाइट एंड साउंड शो होंगे।
-शिमला के प्रसिद्ध बैंटनी कैसल का जीर्णोद्धार होगा।
-जंजैहली में सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण होगा।
-तत्तापानी में धार्मिक पर्यटन के साथ जलक्रीड़ा पर्यटन को भी विकसित किया जाएगा।
-ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क तथा पौंग डैम, रेणुका जी व चंद्रताल में निर्माणाधीन फेस्लिटेशन सेंटरों को आकर्षक बनाया जाएगा।
-3,000 युवक युवतियों को पर्यटन की विभिन्न परियोजनाओं के तहत प्रशिक्षित किया जाएगा।
-मंडी के नागचला में अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा बनाने का प्रयास।
-उड़ान योजना के तहत प्रदेश की तीनों हवाई पट्टियों को मंडी, कुल्लू व सोलन के एक-एक हेलीपैड और शिमला के तीन हेलीपैड को हेली टैक्सी सेवा से जोड़ने का प्रस्ताव।
-चंडीगढ़ से शिमला, शिमला से कुल्लू तथा शिमला से धर्मशाला के लिए हेली टैक्सी सेवाएं शुरू होंगी।
-हर विधानसभा क्षेत्र में एक हेलीपैड बनेगा।