सरहद नहीं दीवार, हिमाचल से प्यार; पिछले दस वर्षों में 12,754 पाकिस्तानी पर्यटक पहुंचे हिमाचल
सरहद पर भले ही तनाव हो लेकिन उसे लांघकर आने वाले हिमाचल के दीवाने पर्यटकों की कोई कमी नही है।
शिमला, रविंद्र शर्मा। ‘पंछी नदिया पवन के झोंके, कोई सरहद न इन्हें रोके, सरहदें इन्सानों के लिए हैं, सोचो तुमने और मैंने, क्या पाया इन्सां हो के।’ सरहदें भले ही लोगों के लिए हों मगर दूरियां इतनी भी नहीं।सीमा पर भले ही तनाव हो मगर सरहद लांघकर भारत दर्शन करने आने वाले कम नहीं हैं।
खासकर हिमाचल प्रदेश की मनमोहक वादियां विश्वभर से लोगों को आकर्षित कर रही हैं। हर साल 17 देशों के पर्यटक हिमाचल की बर्फ से ढकी चोटियों व हिमाचली व्यंजनों का लुत्फ उठाने के लिए आते हैं। भारत व पाकिस्तान के बीच संबंधों में खटास है। लेकिन हिमाचल के प्राकृतिक नजारे पाकिस्तान के पर्यटकों को भी लुभा रहे हैं। पिछले दस वर्षों में पाकिस्तान से 12,754 पर्यटक हिमाचल के विभिन्न पर्यटन स्थलों में दस्तक दे चुके हैं। वर्ष 2008 में पाकिस्तान से हिमाचल आए पर्यटकों का आंकड़ा सबसे अधिक था। उस दौरान 6664 पाकिस्तानी पर्यटक हिमाचल आए थे।
ब्रिटेन के सबसे अधिक पर्यटक
हिमाचल आने वाले में सबसे अधिक ब्रिटेन के हैं। चार साल के दौरान ब्रिटेन से 308722 पर्यटक हिमाचल आए हैं। अमेरिकी भी पीछे नहीं अमेरिका के पर्यटकों को भी हिमाचल आकर्षित करने में पीछे नहीं है। चार
साल में 144630 पर्यटक हिमाचल आए। यह चार साल में हिमाचल आने वाले पर्यटकों का दूसरा बड़ा आंकड़ा है।
शिमला, कुल्लू, मनाली व कांगड़ा पसंदीदा जगह हर साल चार लाख से अधिक विदेशी पर्यटक हिमाचल आते हैं। पर्यटकों को शिमला, कुल्लू, मनाली व कांगड़ा की वादियां सबसे अधिक पसंद हैं। हर साल इन पर्यटन स्थलों पर विदेशी पर्यटकों की भीड़ होती है। कई विदेशी पर्यटक लाहुल स्पीति भी जाते हैं।
नए पर्यटन स्थल हो रहे विकसित
विदेशी पर्यटकों को सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। जिस हिमाचल को पर्यटक अभी तक नहीं देख पाए हैं, उसे नई मंजिलें-नई राहें योजना के तहत विकसित किया जा रहा है। योजना के तहत चार नए पर्यटन स्थल विकसित हो रहे हैं।
-जयराम ठाकुर, मुख्यमंत्री।