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पहले घबराई छात्राएं, फिर बना दिया इतिहास

राजधानी शिमला के पोर्टमोर राजकीय स्कूल में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की अनोखी पाठशाला में पहले छात्राएं घबराईं लेकिन बाद में बेबाकी से जवाब देती दिखीं।

By Babita kashyapEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 07:38 AM (IST)Updated: Tue, 15 Oct 2019 07:38 AM (IST)
पहले घबराई छात्राएं, फिर बना दिया इतिहास
पहले घबराई छात्राएं, फिर बना दिया इतिहास

शिमला, रोहित नागपाल। राजधानी शिमला स्थित राजकीय मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल पोर्टमोर की छात्राओं के लिए सोमवार का दिन कुछ अलग अनुभव लेकर आया। रोजाना की तरह सुबह स्कूल तय समय पर शुरू हुआ और सभी छात्राएं कक्षाओं में भी पहुंच गईं। लेकिन स्कूल में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को देखकर वे हैरान रह गईं। राज्यपाल उनसे बात करने इतिहास की कक्षा में भी आ गए। संवाद शुरू हुआ तो पहले वे घबराईं, लेकिन जब राज्यपाल ने उनसे अपनत्व के साथ बातचीत की तो वे सहज हो गईं।

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कई मुद्दों पर खुलकर चर्चा हुई, छात्राएं बेबाकी के साथ जवाब देती दिखीं। मौका था राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के पोर्टमोर स्कूल के औचक निरीक्षण के दौरान संवाद का। हालांकि उन्होंने कहा कि वह औचक निरीक्षण करने नहीं, बल्कि छात्राओं से संवाद करने पहुंचे थे।

राज्यपाल ने जमा दो की छात्राओं को एक अध्यापक के रूप में पढ़ाया भी। राज्यपाल के यहां पहुंचने की जानकारी न तो स्कूल प्रबंधन को थी और न ही उनके काफिले में तैनात सुरक्षा कर्मियों को। स्कूल के प्रधानचार्य अवकाश पर थे। उन्होंने बच्चों से इतिहास विषय में रुचि पर बात की। फिर सामान्य प्रश्न भी पूछे। छात्राओं के कई सवालों के जवाब भी दिए। विषय से हटकर उन्होंने स्कूल की सांस्कृतिक एवं खेल गतिविधियों पर भी बात की। मानव उत्पत्ति से लेकर अन्य प्रश्न पूछे गए, जिनके छात्राओं ने बेबाकी से जवाब दिए। छात्रा प्रियंका ने ‘खुशबू के पल कहां ढूंढूं’ गीत गाकर राज्यपाल का स्वागत किया। राज्यपाल के सचिव राकेश कंवर भी उनके साथ थे।

राज्यपाल से उनके स्कूल जीवन पर भी की बात

छात्रा हर्षिता ने राज्यपाल से उनके स्कूली जीवन के बारे में पूछा। इसके अलावा, दिशा, शिवानी, दिव्या सहित अन्य छात्राओं ने भी कई प्रश्न किए। अपनी समस्याएं भी बताईं। छात्राओं को राज्यपाल ने बताया कि कैसे वे स्कूल में पढ़ाई के साथ सामान्य ज्ञान से लेकर अन्य विषयों में रुचि लेते थे।

बसों में ओवरलोडिंग की समस्या उठाई

छात्राओं ने राज्यपाल को बताया कि वे टूटू, मल्याणा, संजौली, शोघी व ठियोग से यहां पढ़ने आती हैं। उन्हें सरकारी बस सुविधा की कमी है। कुछ ने शौचालयों के बेहतर रखरखाव की बात कही। राज्यपाल ने छात्राओं को आश्वासन दिया कि इस मसले को सरकार के समक्ष लाकर राहत प्रदान करने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा।

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